'ऑपरेशन सिंदूर' में भारत ने किया डमी विमान का इस्तेमाल, चकरा गया था पाकिस्तानी एयर डिफेंस
Operation Sindoor update: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सेना को बेवकूफ बनाने के लिए मानव रहित डमी विमानों का इस्तेमाल किया था। इसके बाद सेना ने लंबी दूरी की मिसाइलों के जरिए पाकिस्तानी एयरबसों को निशाना बनाया था।
India Pakistan ceasefire news update: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई करके पूरी दुनिया को एक कड़ा संदेश दिया। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने तो अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया ही, लेकिन इसके साथ भारतीय सैन्य बलों की सटीक योजना ने भी पाकिस्तान को चौंका दिया।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सेना से जुड़े उच्च रक्षा सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने चीन द्वारा निर्मित पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को उलझाने और निष्क्रिय करने के लिए लड़ाकू जेट की तरह दिखने वाले डमी विमानों का इस्तेमाल किया था। 7 मई को आतंकी ठिकानों को जब निशाना बनाया गया तो पाकिस्तान ने भारत पर पलटवार करने की कोशिश की। भारतीय सेना ने इसका जवाब पूरी सूझबूझ और चालाकी के साथ दिया।
चीनी HQ-9 सिस्टम को कर दिया था नाकाम
सूत्रों के मुताबिक 9-10 मई की रात भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के 12 में से 11 हवाई ठिकानों हमला किया। लेकिन पाकिस्तान पर मिसाइल हमलों की लहर शुरू करने से पहले भारतीय वायुसेना ने मानव रहित डमी विमानों को पाकिस्तान की सीमा के पास भेजा। इसकी वजह से पाकिस्तानी राडार हमारी तरफ से जा रहे इन डमी विमानों को मार गिराने के लिए चढ़ दौड़े। पाकिस्तान की तरफ से की गई इस हरकत का अंजाम यह हुआ कि उनके एयर डिफेंस सिस्टम और HQ-9 मिसाइल सिस्टम सक्रिय हो गए, जिससे हमें उनकी लोकेशन का पता चल गया।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी वायुसेना ने अपने चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम, लॉन्चर और राडार के पूरे सेट अलग-अलग इलाकों में फैला रखे थे। कई सिस्टम्स को नई जगह पर भी लगाया गया था। लेकिन डमी जेट विमान को देखते ही वह सभी सक्रिय हो गए, जिससे हमें उनकी स्थिति का पता चल गया।
ब्रह्मोस ही नहीं इन मिसाइलों का भी किया उपयोग
पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम की जानकारी होने के बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी एयरबेसों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। भारत ने लंबी दूरी की ब्रह्मोस और स्कैल्प मिसाइलों का इस्तेमाल किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले में करीब 15 ब्रह्मोस मिसाइलें और स्कैल्प, रैम्पेज और क्रिस्टल मेज मिसाइलें दागी गईं थीं।
घुटनों पर आ गया था पाकिस्तानी एयर डिफेंस
भारत की ताकतवर मिसाइलों से किए गए इन हमलों में पाकिस्तान का वायु सेना नेटवर्क काफी हद तक तबाह हो गया। उनकी हवाई पट्टियां, हैंगर और कम्युनिकेशन सेंटर तबाह हो गए। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तान की शान माने जाने वाले नूर खान एयरबेस पर हुआ। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि रात करीब ढाई बजे भारतीय मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस पर हमला बोल दिया था।
रक्षा सूत्रों की मानें तो रूस के सहयोग से बनाई गई ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली का यह पहला उपयोग था। वायुसेना और सभी भारतीयों की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए ब्रह्मोस ने अपने लक्ष्य की सटीकता के साथ भेद डाला।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमले इतने तीव्र और सटीक थे कि पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली ने अपने घुटने टेक दिए। इसके बाद भारत पर हमला करने की योजना बनाए बैठे पाकिस्तान ने सभी योजनाओं को त्याग दिया और आपसी समझ के साथ सीजफायर करने के लिए डीजीएमओ लेवल की बातचीत शुरू कर दी। चूंकि भारत अपने लक्ष्यों में कामयाब हो चुका था, इसलिए भारत ने भी सीजफायर की बात को स्वीकर कर लिया।