राजनीतिक एजेंडा चला रहे कुणाल कामरा, बेनकाब करना जरूरी; 'गद्दार' कमेंट पर भड़के मिलिंद देवड़ा
- कुणाल कामरा का अपने कॉमेडियन शो में एकनाथ शिंदे को 'गद्दार' कहने के बाद महाराष्ट्र में बवाल मच गया है। राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा की तीखी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को बेनकाब करना जरूरी है।

मशहूर कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ कहने के बाद महाराष्ट्र में बवाल खड़ा हो गया है। अब इस पर राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता देवड़ा ने कामरा को “एक राजनीतिक दल के इशारे पर काम करने वाला व्यक्ति” करार देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को बेनकाब करना जरूरी है।
मिलिंद देवड़ा ने सोमवार को कहा, “कॉमेडियन और किसी पार्टी के प्रवक्ता होने में फर्क होता है। अगर कोई राजनीतिक एजेंडा चला रहा है, तो उसे खुद को कॉमेडियन नहीं, बल्कि राजनेता कहना चाहिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग शिवसेना (UBT) को बचाने और बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।
कामरा के शो के बाद तोड़फोड़, FIR दर्ज
कुणाल कामरा ने मुंबई के एक होटल में आयोजित अपने शो में एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ कहकर तंज कसा और अन्य नेताओं पर भी कटाक्ष किया। जब इस शो की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो करीब 35 लोगों ने होटल में स्टूडियो में तोड़फोड़ कर दी। इसके बाद पुलिस ने कामरा और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली।
‘संविधान में पूर्ण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं’
देवड़ा ने कहा कि 'संविधान में पूर्ण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी नहीं दी गई है, इसे ध्यान में रखना जरूरी है।' जब उनसे पूछा गया कि फिर कॉमेडियन नेताओं की आलोचना कैसे करें, तो उन्होंने जवाब दिया, 'कानून अपना काम करेगा, लेकिन यह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी।'देवड़ा ने यह भी सवाल उठाया कि तथाकथित 'उदारवादी' पत्रकार और नेता कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी और आदित्य ठाकरे की आलोचना क्यों नहीं करते।
उद्धव ठाकरे का पलटवार
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मुझे नहीं लगता कि कुणाल कामरा ने कुछ गलत कहा। गद्दार को गद्दार कहना किसी पर हमला करना नहीं है...पूरा गाना सुनिए और दूसरों को भी सुनाइए... इस हमले से शिवसेना (UBT) का कोई लेना-देना नहीं, यह ‘गद्दार सेना’ ने किया है।'