मेघालय के मुख्यमंत्री ने राजा रघुवंशी मर्डर केस को लेकर किया बड़ा वादा, एक बात पर चिंता भी जताई
मेघालय के सीएम ने कहा, 'मैंने हमेशा यह माना है कि मेघालय और पूरे पूर्वोत्तर के लोग मेहमाननवाज़ और शांतिप्रिय हैं तथा सभी पर्यटकों और आगंतुकों के साथ परिवार की तरह व्यवहार करते हैं। वे सम्मान और देखभाल करने वाले हैं।'

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने राजा रघुवंशी हत्याकांड में पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय दिलाने का वादा किया है। मंगलवार को इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सनसनीखेज राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में तेजी से सुनवाई हो। संगमा ने कहा, 'हां, हम चाहते हैं कि न्यायिक प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो। इसे सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार की तरफ से जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी, हम वह करेंगे और यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि मुकदमा तेजी से आगे बढ़े।' हालांकि इसके साथ ही उन्होंने शुरुआती दिनों में इस केस को लेकर हुई मीडिया रिपोर्टिंग और मेघालय की नकारात्मक छवि बनाने को लेकर चिंता भी जताई।
मुख्यमंत्री संगमा ने शीघ्र न्याय दिलाने के बारे में घोषणा मेघालय पुलिस द्वारा राजा रघुवंशी मर्डर केस को बेहद अच्छे से सुलझाने के बाद की। मामले को कुशलतापूर्वक संभालने के लिए मेघालय पुलिस की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि, ‘पुलिस टीम ने अपराध की कड़ियों को बहुत तेजी से जोड़ा और आरोपियों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग भी हासिल कर लिए। लेकिन शुरुआती चरण में जांच प्रभावित होने के डर से सतर्कता बरतते हुए उन्होंने केस को लेकर बहुत अधिक खुलासा नहीं किया।’
राज्य के लोगों को गलत तरीके से दोषी ठहराने की कोशिश की
उन्होंने कहा, 'पुलिस ने जांच में एक नपा-तुला दृष्टिकोण अपनाया और मुझे खुशी है कि हम स्पष्टता और प्रगति के इस बिंदु पर पहुंच गए हैं।' हालांकि, मुख्यमंत्री ने इस मामले में शुरुआती दिनों में की गई मीडिया रिपोर्टिंग पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, ‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राष्ट्रीय मीडिया के कुछ वर्गों ने वास्तव में जो हुआ उसे गलत तरीके से पेश किया और मेघालय व इस राज्य के लोगों को गलत तरीके से दोषी ठहराने की कोशिश की। लेकिन अब सच्चाई सामने आ गई है।’
सीएम कॉनराड ने कहा, 'मैंने हमेशा यह माना है कि मेघालय और पूरे पूर्वोत्तर के लोग मेहमाननवाज और शांतिप्रिय हैं तथा सभी पर्यटकों और आगंतुकों के साथ परिवार की तरह व्यवहार करते हैं। वे सम्मान और देखभाल करने वाले हैं।'
पुलिस ने कपल के लापता होने के 18 दिन में साजिश से पर्दा उठाया
बता दें कि पुलिस ने राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी के 23 मई को लापता होने और 2 जून को राजा रघुवंशी की लाश मिलने के बाद कुल 18 दिनों में इस मर्डर मिस्ट्री को हल कर दिया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पत्नी सोनम ने ही अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर अपने पति राजा की हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए इन दोनों ने राज के तीन दोस्तों को पैसों का लालच देते हुए राजा को मारने की सुपारी दी थी।
इस मामले की मुख्य आरोपी सोनम को जहां सोमवार तड़के उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में स्थित एक ढाबे से हिरासत में ले लिया गया था, वहीं उसके प्रेमी 21 वर्षीय राज कुशवाह सहित चार अन्य लोगों को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है।
राजा और सोनम 11 मई को इंदौर में अपनी शादी के बाद 21 मई को हनीमून के लिए शिलॉन्ग पहुंचे थे। 23 मई को यह जोड़ा नोंग्रियाट गांव में एक होमस्टे से चेक आउट करने के कुछ घंटों बाद पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में गायब हो गया था। शिलॉन्ग से किराए पर लिया गया उनका स्कूटर 24 मई को सोहरारिम में मिला था। 25 मई को राजा के परिवार ने मेघालय पहुंचकर पूर्वी खासी हिल्स जिले में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। 2 जून को राजा का शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला था। उस जगह से लगभग 20 किमी दूर, जहां पर उन्हें आखिरी बार देखा गया था।
राजा के शरीर से एक सोने की अंगूठी और एक चेन गायब पाई गई। अगले दिन, उसी इलाके में खून से सना हुआ एक चाकू मिला। जो कि पुलिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण सुराग साबित हुआ। क्योंकि इसी से पुलिस को इस बात का अंदाजा हुआ कि यह वारदात स्थानीय लोगों ने नहीं बल्कि किसी बाहरी ने की है। दरअसल वह चाकू स्थानीय इलाके में इस्तेमाल होने वाला चाकू नहीं था, तथा इससे पुलिस को इस बात का भी संदेह हुआ कि इस घटना में स्थानीय क्षेत्र के बाहर का कोई व्यक्ति शामिल था।