बेटे की अस्थियां विसर्जित करते बिलख-बिलख कर रोने लगे लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता, VIDEO देख आ जाएंगे आंसू
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि मेरे बेटे ने देश के लिए अपनी जान दे दी। मैं केवल यही प्रार्थना करता हूं कि किसी और परिवार को उसी दर्द से न गुजरना पड़े।

Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां हरिद्वार के हर की पैड़ी पर गंगा में विसर्जित कर दी गईं। उनके पिता और भाई उनकी अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे और हर की पैड़ी पर विधि विधान से अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया। अस्थियां विसर्जित करने के दौरान विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल बिलख-बिलख कर रोने लगे। अपने बेटे को याद करते करते वो बुरी तरह से रोने लगे तो परिवार के लोगों ने उन्हें संभाला। तीर्थ पुरोहित सूरज ने अस्थि विसर्जन का कार्य संपन्न कराया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर कोई भी अपने आंसू नहीं रोक सकेगा।
सरकार से की ये मांग
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि मेरे बेटे ने देश के लिए अपनी जान दे दी। मैं केवल यही प्रार्थना करता हूं कि किसी और परिवार को उसी दर्द से न गुजरना पड़े। हमारी सरकार से अपील है कि वह सख्त कदम उठाए, ताकि हमारे बेटे के साथ जो घटना हुई, भविष्य में किसी परिवार के साथ ऐसी घटना न हो। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार न्याय करेगी, यह क्षति असहनीय और अपूरणीय है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की भी जान चली गई थी। बुधवार को करनाल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। विनय नरवाल की गुरुग्राम की हिमांशी से 16 अप्रैल को धूमधाम से शादी हुई थी। दोनों 21 अप्रैल को आईजीआई एयरपोर्ट से कश्मीर के लिए निकले थे। 22 अप्रैल को दोनों पहलगाम गए, लेकिन वहां आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी।
इकलौते बेटे थे विनय
हरियाणा के करनाल जिले के रहने वाले नरवाल ने 2 साल पहले ही नौसेना में नौकरी शुरू की थी। इन दिनों वह कोच्चि में तैनात में थे। बीटेक करने के बाद विनय भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे। विनय अपने माता पिता के इकलौते बेटे थे।