पाकिस्तान में 5.8 तीव्रता का भूकंप, जम्मू और कश्मीर में भी कांपी धरती
- रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई, जिसका केंद्र पाकिस्तान में 33.63 डिग्री उत्तर अक्षांश और 72.46 डिग्री पूर्व देशांतर पर 10 किलोमीटर की गहराई पर था। अभी तक जान के नुकसान या संपत्ति को क्षति की कोई खबर नहीं है।

पाकिस्तान में शनिवार को दोपहर करीब 1 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भी लोगों ने धरती में कंपन की शिकायत की। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई, जिसका केंद्र पाकिस्तान में 33.63 डिग्री उत्तर अक्षांश और 72.46 डिग्री पूर्व देशांतर पर 10 किलोमीटर की गहराई पर था। अभी तक जान के नुकसान या संपत्ति को क्षति की कोई खबर नहीं है।
भूकंप क्यों आता है?
भूकंप पृथ्वी की सतह के नीचे टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल के कारण आता है। ये प्लेटें पृथ्वी की ऊपरी परत में विशाल चट्टानी संरचनाएं हैं, जो धीरे-धीरे गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, खिसकती हैं या अलग होती हैं, तो संचित ऊर्जा अचानक मुक्त होती है, जिससे पृथ्वी में कंपन होता है। इसे भूकंप कहते हैं। भूकंप का केंद्र बिंदु, जहां से यह शुरू होता है, उसे 'उद्भव केंद्र' (एपिसेंटर) कहते हैं। इसके अलावा, ज्वालामुखी विस्फोट, मानव-निर्मित गतिविधियां जैसे खनन या जलाशयों का निर्माण भी कभी-कभी भूकंप का कारण बन सकता है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है, जो इसके प्रभाव को दर्शाती है।
भूकंप आने पर क्या करें -
भूकंप के दौरान सुरक्षा के लिए तुरंत सतर्कता बरतनी चाहिए।
अगर आप घर के अंदर हैं, तो मजबूत फर्नीचर जैसे मेज के नीचे छिपें और सिर को सुरक्षित रखें।
खिड़कियों, कांच या भारी वस्तुओं से दूर रहें।
बाहर खुले मैदान में जाएं, लेकिन बिजली के तारों और ऊंची इमारतों से बचें।
अगर गाड़ी में हैं, तो सुरक्षित स्थान पर रुकें और गाड़ी में ही रहें।
भूकंप के बाद गैस लीक या आग की जांच करें और क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें।
आपातकालीन किट और महत्वपूर्ण दस्तावेज तैयार रखें। शांत रहकर सूझबूझ से निर्णय लें।