PM मोदी ने राहुल गांधी को जिस किताब को पढ़ने की दी सलाह, उसमें पंडित नेहरू से जुड़े 5 बड़े दावे
प्रधानमंत्री ने जिस किताब को पढ़ने की सलाह दी, उसका नाम JFK's Forgotten Crisis है। इसे प्रसिद्ध फॉरेन पॉलिसी स्कॉलर ब्रूस रीडेल ने लिखी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (04 फरवरी) को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता विपक्ष राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी पर जमकर तंज कसा। पीएम ने उनके पिता और दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से लेकर उनके परदादा पंडित नेहरू तक को चर्चा में घसीटा। फिर हल्के लेकिन चुटीले अंदाज में बिना नाम लिए उन्हें विदेश नीति पर एक किताब पढ़ने की भी नसीहत दी।
प्रधानमंत्री ने जिस किताब को पढ़ने की सलाह दी, उसका नाम JFK's Forgotten Crisis है। इसे प्रसिद्ध फॉरेन पॉलिसी स्कॉलर ब्रूस रीडेल ने लिखी है। इस किताब में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी के बीच हुई चर्चा का जिक्र किया गया है। इस किताब में 1962 में भारत-चीन के बीच जंग के बीच विदेशी रणनीति पर क्या खेल हो रहे थे, इसका जिक्र किया गया है।
पंडित नेहरू के बारे में पांच बड़ी बातें:
2015 में रिलीज हुई इस किताब के मुताबिक, जब चीन ने भारत पर हमला बोल दिया था, तब पंडित नेहरू, जो खुद विदेश मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे थे, अमेरिकी राष्ट्रपति से उस मुद्दे पर चर्चा करने की बजाय पीएम नेहरू जॉन एफ कैनेडी के बजाय उनकी पत्नी और 27 साल की बहन में अधिक दिलचस्पी ले रहे थे। इस किताब में यह भी लिखा गया है कि भारतीय सेना 1962 का युद्ध लड़ने को तैयारी नहीं थी, बावजूद इसके पंडित नेहरू ने चीन के साथ युद्ध लड़ने का फैसला कर लिया था।
इसके अलावा इस किताब में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री को अपनी सेना की तैयारियों के बारे में जानकारी नहीं थी और वह कमतर जानकारी रखते थे। उन्हें उनके सलाहकारों ने गलत राय दी थी। किताब में ये भी दावा किया गया है कि जब पंडित नेहरू के चीन के खिलाफ आगाह किया गया था, तब भी वह गंभीर नहीं थे। इसके अलावा एक और बड़ा दावा यह किया गया है कि जब भारत गरीबी और भुखमरी से संघर्ष कर रहा था, तब पंडित नेहरू की ज्यादा दिलचस्पी अमेरिकी राष्ट्रपति से मदद मांगने की बजाय उनकी 27 वर्षीय बहन पैट केनेडी और उनकी पत्नी जैकी केनेडी से बातचीत करने में थी।
ये तब की घटना है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आए थे। किताब में यह भी दावा किया गया है कि जब जैकी कैनेडी भारत आई थीं तब अमेरिकी दूतावास ने उनके ठहरने के लिए एक अलग विला किराए पर लिया था, लेकिन जब वह भारत पहुंचीं, तो नेहरू ने जोर देकर उन्हें प्रधानमंत्री निवास के एक विशेष गेस्ट सूट में ठहरने को कहा था। पूर्व अमेरिकी राजदूत गैल्ब्रेथ ने भी लिखा है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने जैकी कैनेडी के साथ होली भी मनाई थी। इस कार्यक्रम में जैक कैनेडी और नेहरू ने एक-दूसरे के माथे पर तिलक भी लगाया था।