रॉबर्ट वाड्रा को ED ने फिर तलब किया, 17 जून को होगी पूछताछ; कोरोना बताकर नहीं गए थे
यह मामला ब्रिटेन में बसे हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़ा है और उससे रॉबर्ट वाड्रा के लिंक बताए जाते हैं। इसी मामले में एजेंसी उनसे पूछताछ करना चाहती है। मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस की जांच हो रही है और वाड्रा का भी इससे लिंक बताया जा रहा है। एजेंसी ने इससे पहले भी रॉबर्ट वाड्रा को समन जारी किया था।

प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा को फिर से समन जारी किया है और 17 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। मनी लॉन्ड्रिंग के केस में एजेंसी प्रियंका गांधी वाड्रा के पति से पूछताछ करना चाहती है। यह मामला ब्रिटेन में बसे हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़ा है और उससे रॉबर्ट वाड्रा के लिंक बताए जाते हैं। इसी मामले में एजेंसी उनसे पूछताछ करना चाहती है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत केस की जांच हो रही है और वाड्रा का भी इससे लिंक बताया जा रहा है। एजेंसी ने इससे पहले भी रॉबर्ट वाड्रा को समन जारी किया था और 10 जून को पूछताछ के लिए तलब किया था।
रॉबर्ट वाड्रा ने यह कहते हुए पूछताछ में शामिल होने से इनकार कर दिया था कि उन्हें बुखार है और कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं। उन्होंने कोरोना का टेस्ट भी कराया था। उनके वकील का बयान भी आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि रॉबर्ट वाड्रा का समन से बचने का कोई इरादा नहीं है। वह एजेंसी के सामने किसी भी समय पेश होने के लिए तैयार हैं। इसी महीने वह विदेश यात्रा पर जाने वाले हैं। ऐसे में यात्रा से पहले या फिर बाद में वह कभी भी एजेंसी के सामने पेश हो सकते हैं। वाड्रा से पूछताछ के बाद ही एजेंसी इस केस में चार्जशीट दाखिल कर सकती है।
अप्रैल में एजेंसी ने लगातार तीन दिन रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की थी। लेकिन वह मामला एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े था, जो हरियाणा की एक लैंड डील का है। जमीन का यह सौदा वर्ष 2008 में हुआ था। अब तक रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तीन मामलों में जांच चल रही है। बता दें कि संजय भंडारी के घर पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2016 में रेड मारी थी और उसके तुरंत बाद ही वह देश छोड़कर भाग निकला था। भारत ने भंडारी के प्रत्यर्पण की अर्जी भी दाखिल की थी, लेकिन ब्रिटिश कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया।
ईडी ने 2023 में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें उसने आरोप लगाया था कि संजय भंडारी ने 2009 में लंदन स्थित 12, ब्रायनस्टन स्क्वेयर हाउस की खरीद की थी। फिर इसका रिनोवेशन रॉबर्ट वाड्रा के निर्देशन पर कराया था। इसके लिए फंड भी वाड्रा की ओर से दिया गया था। हालांकि वाड्रा ने इस संपत्ति पर सीधे या अप्रत्यक्ष तौर पर मालिकाना हक से इनकार किया है। वाड्रा का कहना है कि उन्हें तो राजनीतिक बदले की कार्रवाई के तहत इस मामले में फंसाया जा रहा है।