same sex marriage hearing differs as 5 supreme court judges corona positive - India Hindi News सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों को हुआ कोरोना, समलैंगिक विवाह मामले की सुनवाई टली, India Hindi News - Hindustan
Hindi NewsIndia Newssame sex marriage hearing differs as 5 supreme court judges corona positive - India Hindi News

सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों को हुआ कोरोना, समलैंगिक विवाह मामले की सुनवाई टली

सुप्रीम कोर्ट के पांच जज भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इनमें से दो जज ऐसे भी हैं जो कि समलैंगिक विवाह मामले की सुनवाई में शामिल थे। सोमवार को होने वाली सुनवाई टाल दी गई है।

Ankit Ojha एजेंसियां, नई दिल्लीSun, 23 April 2023 12:52 PM
share Share
Follow Us on
सुप्रीम कोर्ट के पांच  जजों को हुआ कोरोना, समलैंगिक विवाह मामले की सुनवाई टली

देशभर में कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल दर्ज किया गया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के पांच जज भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में दो जज  ऐसे भी हैं जो कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मंजूरी देने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं। सोमवार को इस मामले में सुनवाई होनी थी लेकिन अब इसे टाल दिया गया है। पांच जजों की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही थी। अन्य मामलों की सुनवाई भी प्रभावित होगी।

सूत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमित होने वाले जजों में जस्टिस एस रवींद्र भट्ट, जस्टिस अनिरुद्ध बोस, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस जेबी पारदीवाला शामिल हैं। बता दें कि कुछ दिन  पहले जस्टिस सूर्यकांत को भी कोरोना हो गया था। हालांकि अब वह संक्रमण मुक्त हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक ज्यादा संभावना सुनवाई टलने की ही है। वहीं अगर जज वर्चुअल सुनवाई करना चाहें तो कार्यवाही जारी भी रह  सकती है। 

बता दें कि इससे पहले गुरुवार को सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मंजूरी देने के मामले की सुनवाई लगातार चलेगी। सोमवार से शुक्रवार तक इसकी सुनवाई की जाएगी। हालांकि अब जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस रवींद्र भट के संक्रमित पाए जाने की वजह से इसे 24 अप्रैल तक के लिए टाला जाता है। 

बता दें कि इस संवैधानिक पीठ में इन दो जजों के  अलावा सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस पीएस नरसिम्हा शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट में 20 याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है। वहीं केंद्र सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए महिला पुरुष के अलावा किसी भी विवाद संबंध को मंजूरी ना देने की बात कही है।