खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे... छिना काम तो कमेंटेटर पर भड़की तुर्की की कंपनी; क्यों भेजा नोटिस
सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जो पूरे भारत में हवाई अड्डे के ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं प्रदान करती है, ने तर्क दिया है सरकार के कदम से हजारों नौकरियां खतरे में आ गई हैं और निवेशकों का विश्वास डोल गया है।

नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने पिछले दिनों पाक के मददगार देश तुर्की की कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी थी। इस फैसले के खिलाफ तुर्की की इस कंपनी ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है लेकिन इसी बीच, कंपनी ने अपनी खीझ निकालते हुए प्रमुख टिप्पणीकार और भू -राजनीतिक विशेषज्ञ अभयजीत अय्यर मितरा को कानूनी नोटिस भेजा है। यह कंपनी देश भर के नौ हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग का काम देखती थी लेकिन सुरक्षा मंजूरी रद्द होने के बाद उसके हाथ से सारा काम छिन गया है।
इस कंपनी ने अपने वकील के माध्यम से मित्रा को भेजे गए नोटिस में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने फर्म सेलेबी के बारे में झूठे और दुर्भावनापूर्ण बयान दिए हैं और अफवाह फैलाई है। नोटिस में आगे आरोप लगाया गया है कि मित्रा ने दावा किया था कि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन की बेटी इस फर्म की मालकिन हैं और पाकिस्तान को आपूर्ति किए गए ड्रोन को बनाने वाली कंपनी के प्रमुख से उनकी शादी हुई है।
एर्दोगन से किसी तरह से कोई संबंध नहीं
नोटिस में दावा किया गया है कि न तो सेलेबी और न ही उसके शेयरधारक तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन से किसी तरह से संबंधित हैं। कंपनी ने अपने दावे में कहा है कि वह भारतीय कानूनों के तहत काम करती है। सेलेबी का कहना है कि यह भारतीय पेशेवरों के माध्यम से अपने व्यवसाय को पूरा करती है और भारतीय कानून के तहत संचालित होती है। नोटिस में अय्यर मित्रा को इस तरह की टिप्पणियों से परहेज करने की चेतावनी दी गई है।
मित्रा ने भी दिया नोटिस का जवाब
अभिजीत अय्यर मित्रा ने अपने वकील जय अनंत देहादराई के माध्यम से इस नोटिस का जवाब दिया है। उन्होंने अपने जवाब में कहा है कि उनकी सभी राय सार्वजनिक रूप से रिपोर्ट किए गए तथ्यों और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित पर आधारित थे और इस प्रकार उनकी टिप्पणियां मुक्त भाषण के क्षेत्र में आती हैं। अय्यर मित्रा ने अपने जवाब की एक प्रति अपने सोशल मीडिया एक्स के अकाउंट पर भी पोस्ट की हैं।
मित्रा ने कहा कि सेलेबी समूह की होल्डिंग संरचना अपारदर्शी है और संदिग्ध है। उनका कहना है कि सेलेबी के खिलाफ ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन द्वारा की गई कार्रवाई को देखते हुए उनकी टिप्पणियां उचित हैं। उनका यह भी कहना है कि यह व्यापक रूप से बताया गया था कि तुर्की की रक्षा फर्मों ने भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान को 8-9 मई को ड्रोन की सप्लाई की थी, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत पर हमले करने के लिए किया था। हालांकि, भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान से भेजे गए सभी ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट कर दिया था। मित्रा का कहना है कि एक भू -राजनीतिक विशेषज्ञ होने के नाते उन्होंने सेलेबी द्वारा अत्यधिक संवेदनशील हवाई अड्डों के संचालन पर सवाल उठाए थे।