पाक के दोस्त तुर्की के खिलाफ बुलंद हुई आवाज; गुजरात, राजस्थान के बाद गाजियाबाद में भी हल्ला बोल
यहां की जनता खासकर व्यापारी वर्ग ने हल्ला बोल दिया है। ये लोग तुर्की से आयात-निर्यात कम करने, पर्यटकों द्वारा बुकिंग कैंसिल करने की बात सामने आई है। इस कड़ी में गुजरात और राजस्थान के बाद अब गाजियाबाद के लोग भी शामिल हो गए हैं।

पहलगाम हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाक के बीच तनातनी बढ़ गई है। इस बीच तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया है। इस समर्थन के बाद भारत के कई राज्यों में तुर्की के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी है। यहां की जनता खासकर व्यापारी वर्ग ने हल्ला बोल दिया है। ये लोग तुर्की से आयात-निर्यात कम करने, पर्यटकों द्वारा बुकिंग कैंसिल करने की बात सामने आई है। इस कड़ी में गुजरात और राजस्थान के बाद अब गाजियाबाद के लोग भी शामिल हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के साहिबाबाद फल मंडी के फल विक्रेताओं का मानना है कि अगर तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया है, मतलब आतंकवाद का समर्थन किया है। एक विक्रेता ने कहा- मीडिया के जरिए पता चला है कि पाकिस्तान का सपोर्ट तुर्की ने किया है। अब भारत का करीब 12-14 करोड़ का व्यापार तुर्की के साथ सेव और अन्य फलों का होता है। तो हम लोगों ने यह तय किया है कि इसने पाकिस्तान का सपोर्ट किया है, मतलब आतंकवाद का सपोर्ट किया है।
फल विक्रेता ने बताया कि इस कारण से हमने तुर्की से सारा व्यापारिक संबंध तोड़ने का फैसला किया है और लगभग तोड़ ही चुके हैं। हम नहीं चाहते कि कोई देश हमसे ही पैसे कमाकर हमारे ही खिलाफ इस्तेमाल करे, चाहें फिर सेव हो या फिर कुछ और हो। इसलिए जो भी फल तुर्की से आ रहे हैं। हम उनका घोर विरोध कर रहे हैं।
इससे पहले गुजरात में टूर ऑपरेटर्स ने तुर्की के खिलाफ बड़ा फैसला लेते हुए बुकिंग बंद करने की बात कही थी। तुर्की के अलावा अजरबैजान का भी बहिष्कार किया है। उधर राजस्थान में उदयपुर के मार्बल कारोबारियों ने भी तुर्की के बहिष्कार का फैसला लिया है। उदयपुर मार्बल प्रोसेसर कमिटी के अध्यक्ष कपिल सुराना ने कहा कि उदयपुर एशिया की सबसे बड़ी निर्यात मंडी है। हमने ये फैसला किया है कि तुर्की ने जो पाकिस्तान के साथ किया है, उसकी वजह से तुर्की से माल आयात नहीं करेंगे।