NCR में गरजा बुलडोजर, फरीदाबाद में दुकानें तोड़ीं; नोएडा में 150 करोड़ की जमीन कराई खाली
एनसीआर क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की है। फरीदाबाद में दुकानों को तोड़ा गया। वहीं नोएडा में 150 करोड़ से ज्यादा की जमीन खाली कराई गई, जिसपर अवैध कॉलोनियां काटी जा रही थीं।

एनसीआर क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की है। फरीदाबाद में दुकानों को तोड़ा गया। वहीं नोएडा में 150 करोड़ से ज्यादा की जमीन खाली कराई गई, जिसपर अवैध कॉलोनियां काटी जा रही थीं। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-87 में बुधवार को मास्टर रोड किनारे बनी अवैध दुकानों पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने तोड़फोड़ की। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दुकानों को गिराया गया।
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की कार्रवाई के दौरान एक युवक अपनी दुकान की छत पर चढ़ गया और अन्य लोगों ने भी विरोध किया, लेकिन पुलिस की मौजूदगी में हंगामा नहीं बढ़ सका। अधिकारियों का कहना है कि शहर का विकास मास्टर प्लान के अनुसार ही किया जाएगा और अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एसडीओ राजपाल ने बताया कि दो दिन पहले ही सभी दुकानदारों को दुकानें खाली करने के लिए कहा गया था और अवैध निर्माण की निशानदेही भी कर दी गई थी।
हैबतपुर के डूब क्षेत्र में बने अवैध निर्माणों को ढहाया
नोएडा प्राधिकरण ने बुधवार को हैबतपुर गांव स्थित डूब क्षेत्र में अवैध कॉलोनी को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। 120 बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराई गई, जिसकी कीमत 150 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है। डूब क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हो रहा है। यहां अवैध कॉलोनी काटी जा रही हैं। हैबतपुर में अवैध निर्माण की सूचना मिलने पर नोएडा प्राधिकरण, सिंचाई विभाग, जिला प्रशासन की टीम ने अभियान चलाया और यहां बनी अवैध कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया। कुछ लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध करने का प्रयास किया।
अभियान में 250 से अधिक कर्मचारियों, तीन जेसीबी और पांच डंपर लगे थे। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने कहा कि इस इलाके में अवैध कॉलोनी काटने वाले लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे डूब क्षेत्र में जमीन की खरीद-फरोख्त न करें। यहां पर पक्का निर्माण नहीं हो सकता और न ही किसी प्रकार की सुविधाएं यहां पर लोगों को मिलेंगी। एसडीएम दादरी अनुज नेहरा ने बताया कि हैबतपुर के खसरा संख्या-224, 230, 231, 232 और 346 में यह अवैध निर्माण हो रहा था।