दिल्ली में जाम खत्म करने के लिए रेखा सरकार ने बना लिया मास्टरप्लान, नितिन गडकरी से बैठक के बाद फैसला
दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा यहां रह रहे लगभग हर शख्स को है। लेकिन अब इसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने मास्टरप्लान बना लिया है।

दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा यहां रह रहे लगभग हर शख्स को है। लेकिन अब इसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने मास्टरप्लान बना लिया है। ये प्लान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मीटिंग के बाद बना है। मुख्यमंत्रत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को प्लान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में सरकार बनाने के बाद हम लगातार ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के साथ संपर्क में हैं और दिल्ली की जनता को डबल इंजन की सरकार का लाभ मिल रहा है।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, दिल्ली में पलूशन कम करने के लिए और ट्रैफिक स्मूथ करने के लिए शिव मूर्ति से नेल्सन मंडेला रोड तक 7 किलोमीटर की अंडरग्राउंड चल बनाई जाएगी। इसके बाद आईएनसे से एयरपोर्ट तक एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा जो आगे फरीदाबाद और गुरुग्राम को भी जोड़ेगा। दिल्ली से कटरा औऱ अमृतसर के लिए हाईवे बनेगा जो यूईआर सेकंडसे कनेक्टेड होगा। इसी तरह यूईआर सेकेंड का दूसरा एक्सटेंशन अलीपुर से ट्रोनिका सिटी तक रहेगा। ये पूरा प्रोजेक्ट दिल्ली देहरादून को टच करने वाला रहेगा। इससे किसी दूसरे राज्य में जाने के लिए हाईवे का इस्तेमाल बेहतर तरीके से हो सकेगा और दिल्ली में जाम की समस्या कम होगी।
रेखा गुप्ता ने उदाहरण के तौर पर बताया कि हरियाणा से अगर किसी को देहरादून जाना हो तो दिल्ली में एंट्री लिए बिना जा सकेगा। इसी तरह अगर देहरादून से नोएडा जाना हो, तब भी दिल्ली में एंट्री लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ट्रोनिका सिटी से, नोएडा फरीदाबाद की डायरेक्ट कनेक्टिविटी होगी।
सिग्नल फ्री होंगी रोड
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि सरायकाले खां से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट तक भी एक टनल बनाने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री और दिल्ली सरकार के बीच हुई बातचीत के बाद दिल्ली के रोहतक रोड जो पंजाब बाग से नांगलोई, आश्रम से बदरपुर और एमजी रोड है, उस पर एनएचएआई ने हेंडओवर ले लिया है और इसे अब सिग्नल फ्री किया जाएगा। वहीं एनएचएआई दिल्ली में अब जितनी सड़क बनाएगी, उसके साथ उसका ड्रेनेज सिस्टम और साइड लेन भी एनएचएआई अपने खर्चे पर करके देगा जिससे मल्टीपल एजेंसी की समस्या खत्म होगी। इसके अलावा एनएचएआई ने हमें रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज के लिए डेढ़सो करोड़ की मंजूरी दी है।