दिल्ली का शिमला है ये इलाका! जाड़ों में 0 तक लुढ़का था पारा, अब क्यों बन गया आग का गोला?
दिल्ली में इन दिनों पारा 45 डिग्री को पार कर गया है। सर्दियों में कुछ इलाकों में तापमान काफी कम हो जाता है। आखिर इतने मौसमी बदलाव के पीछे की कहानी क्या है?

राजधानी दिल्ली में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। पिछले महीने जहां मौसम कूल-कूल था और बारिश हो रही थी, वहीं अब शहर आग की भट्टी जैसा बन चुका है। लेकिन दिल्ली का मौसम काफी उतार-चढ़ाव वाला है। दिल्ली के दो इलाके ऐसे हैं, जहां सर्दियों में तापमान जीरो डिग्री तक पहुंच गया था। जी हां! साल 2023 की सर्दियों में दिल्ली के आयानगर और उजवा के लोग ठंड से कांप रहे थे, जब पारा जीरो डिग्री और -0.5 डिग्री तक लुढ़क गया था। और अब? गर्मी ऐसी कि थर्मामीटर 45 डिग्री पर अटक गया है और उमस की वजह से 'फील' 50 डिग्री तक पहुंच रहा है। आखिर दिल्ली का मौसम इतना बेकाबू क्यों हो रहा है? चलिए, इस मौसमी रोलरकोस्टर को समझने की कोशिश करते हैं।
सर्दी की ठिठुरन: जब दिल्ली बनी 'फ्रिज'
साल 2023 की सर्दियों में दिल्ली के आयानगर और उजवा इलाकों ने ठंड ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया कि लोग कंबल और रजाई छोड़ बाहर निकलने से डरने लगे। आयानगर में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, तो उजवा में पारा -0.5 डिग्री तक गिर गया। मौसम विभाग के अनुसार, हिमालय से आने वाली ठंडी हवाओं और उत्तर भारत में कम दबाव के क्षेत्र ने इस ठंड को और तीखा कर दिया।
गर्मी की तपिश: 45 डिग्री में 50 का एहसास
अब सीन पलट गया है। 2025 की गर्मी में आयानगर और उजवा में तापमान 45 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है। लेकिन असली मार है उमस की, जो 'हीट इंडेक्स' को 50 डिग्री तक ले जा रही है। हीट इंडेक्स, यानी तापमान और आर्द्रता का वो मिश्रण, जो आपको लगता है कि आप किसी भट्टी में खड़े हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली में बढ़ती गर्मी और उमस का कारण है ग्लोबल वॉर्मिंग, शहरीकरण, और बदलते मौसमी पैटर्न।
आखिर क्यों ये मौसमी तमाशा?
- ग्लोबल वॉर्मिंग का असर: पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और दिल्ली भी इससे अछूता नहीं। कार्बन उत्सर्जन और ग्रीनहाउस गैसों की वजह से गर्मियां लंबी और तीव्र हो रही हैं।
- शहरी गर्मी का जाल: दिल्ली में कंक्रीट के जंगल, कम होते हरे-भरे इलाके, और बढ़ते वाहन गर्मी को और बढ़ा रहे हैं। आयानगर और उजवा जैसे इलाके, जो पहले अपेक्षाकृत ठंडे थे, अब शहरीकरण की चपेट में हैं।
- मौसमी चक्र में बदलाव: मॉनसून के पैटर्न में बदलाव और पश्चिमी विक्षोभ की अनियमितता ने सर्दी और गर्मी दोनों को चरम पर पहुंचा दिया।
- उमस की मार: अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी दिल्ली में उमस को बढ़ा रही है, जिससे गर्मी असहनीय हो रही है।