सीएम के आदेश के बाद भी स्टेडियम निर्माण के लिए नहीं मिली एनओसी
फरीदाबाद में आधुनिक स्टेडियम का निर्माण कार्य मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद रुका हुआ है। एफएमडीए को नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं मिला है। 2015 में 123 करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार की...

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। शहर में आधुनिक स्टेडियम का निर्माण कार्य मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद अधर में लटका हुआ है। स्टेडियम परियोजना को लेकर फरीदाबाद (एफएमडीए) को अब तक नगर निगम से जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं मिल पाया है। एफएमडीए ने नगर निगम को दो बार पत्र लिखकर एनओसी की मांग की, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन मिला। शहर के शान कहे जाने वाले अंतरराष्ट्रीय राजा नाहर सिंह स्टेडियम कई सालों से खस्ताहाल अवस्था में है। इसे लेकर वर्ष 2015 में कैबिनेट मंत्री व मौजूदा शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने 123 करोड़ की लागत से स्टेडियम के जीर्णोद्धार की घोषणा की थी।
दावा था कि स्टेडियम वर्ष 2020 तक अत्याधुनिक तकनीकों के साथ बनकर तैयार होना था। लेकिन, अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है। स्टेडियम को पूरी तरह बनने में अभी दो साल का समय और लगेगा। ऐसे में लोगों को 2026 तक इस स्टेडियम के बनने का इंतजार करना होगा। इसके बचे काम को पूरा करने के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए एफएमडीए ने करीब 300 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है। स्टेडियम के बचे काम को दोबारा शुरू करने के लिए एफएमडीए ने नगर निगम को पत्र लिखकर एनओसी मांगी है, जिससे बाद में काम में कोई रुकावट न आए। निर्माण रुकने की वजह वर्ष 2023 में एफएमडीए की बैठक में नाहर सिंह स्टेडियम का मामला रखा गया। इसमें स्टेडियम के कार्य पूरा होने में विस्तार से चर्चा की गई। इसमें पाया कि कार्य को देर होने पर भी पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन बजट बढ़ाने पर भी कार्य को पूरा नहीं किया जा सका। इसे गंभीरता से लेते हुए सीएम ने एसीबी से पूरे मामले की जांच कराने के आदेश दिए थे, जिससे पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके। स्टेडियम के निर्माण कार्य में की गई गड़बड़ी का पता चल सके और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो सके। लेकिन दो साल से चल रही जांच रिपाेर्ट अब तक अधिकारियों को नहीं मिली है। पिछले महीने हुई एफएमडीए की बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्टेडियम सहित शहर की अन्य लंबित परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि नगर निगम एसीबी जांच की रिपोर्ट जल्द एफएमडीए को सौंपे। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एफएमडीए को मुख्य सचिव को सूचित करना था। स्टेडियम निर्माण के लिए सभी जरूरी तकनीकी और कानूनी दस्तावेज समय पर जमा कर दिए थे। उनका दावा है कि परियोजना पूरी तरह पारदर्शी है और राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत है, लेकिन नगर निगम की तरफ से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है। - रमेश बागड़ी, मुख्य अभियंता, एफएमडीए
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।