आरटीई : चार महीने बाद भी बच्चों के दाखिले के लिए चक्कर काट रहे अभिभावक
गाजियाबाद में निशुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 6306 बच्चों का चयन होने के बावजूद, अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला नहीं करा पा रहे हैं। स्कूल नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई...

गाजियाबाद। निशुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत चयन होने के बाद भी अभिभावक दाखिले के लिए चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन बच्चों को दाखिला नहीं मिल पा रहा है। दिसंबर से मार्च तक चली प्रक्रिया में 6306 बच्चों का ही चयन हो पाया है, बावजूद इसके इतने कम बच्चों को भी दाखिला देने में स्कूल आनाकानी कर रहे हैं। जिले में इस बार दिसंबर 2024 से ही आरटीई दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई थी। इसका मकसद यह था कि बच्चों को नया सत्र शुरू होने से पहले ही दाखिला मिल जाए और उनकी पढ़ाई का कोई नुकसान न हो, लेकिन चार महीने बाद भी अभिभावक अपने बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए सिर्फ स्कूल और शिक्षा विभाग के चक्कर ही लगा रहे हैं मगर उन्हें दाखिला नहीं मिल पा रहा है। हर बार की तरह पहले स्कूलों ने सत्र शुरू होने पर दाखिला देने की बात कही और अब नियमों के विरुद्ध जाकर बैंक स्टेटमेंट मांग रहे हैं। घरों का सर्वे करा रहे हैं। फीस की मांग कर रहे हैं। कई स्कूल तो सीधा-सीधा आरटीई दाखिले से ही इंकार रहे हैं। अभिभावकों का आरोप है कि हर दूसरे दिन शिकायत करने के बाद भी शिक्षा विभाग स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा और न ही दाखिला दिला पा रहा है। उधर देर होने से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।
दाखिलों में 100 का आंकड़ा भी नहीं हुआ पार
आरटीई के तहत अभी तक 100 बच्चों को भी दाखिला नहीं सका है। पहले चरण का ड्रॉ 24 दिसंबर 2024 को हुआ था, जिसमें 3035 बच्चों को चयन हुआ। 24 जनवरी को दूसरे ड्रॉ में 1743 और 24 फरवरी को हुए तीसरे ड्रॉ में 984 बच्चों का ही चयन हो सका। इसके बाद 24 मार्च को कराए गए अंतिम ड्रॉ में चयनित बच्चों की संख्या केवल 544 ही रह गई। इस तरह चार चरण में मात्र 6306 बच्चों का ही चयन हुआ। जबकि जिले में 1206 स्कूल में आरटीई के तहत 19664 सीटें आरक्षित हैं।
खंड शिक्षा अधिकारियों की बुलाई बैठक
आरटीई दाखिलों को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए)ने मंगलवार को सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की और हर ब्लॉक में दाखिलों की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में अभिभावकों से प्राप्त शिकायतों पर मंथन किया और दाखिले नहीं होने की वजह पूछी। इस दौरान बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बच्चों के दाखिले कराने के निर्देश दिए।
सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बच्चों के दाखिले कराने के निर्देश दिए गए हैं। जो स्कूल मना कर रहे हैं उनकी सूची तैयार कर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सभी बच्चों को दाखिला दिलाने का प्रयास है।
- ओपी यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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