किसानों की आएगी मौज! जेवर एयरपोर्ट समेत यीडा क्षेत्र की नई योजनाओं में बढ़ा मुआवजा देने की तैयारी
जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ ही अब यमुना प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र की अन्य परियोजनाओं के लिए भी जमीन के बदले किसानों को बढ़ा मुआवजा देने की तैयारी है। यमुना विकास प्राधिकरण 28 मार्च को होने वाली बोर्ड में यह प्रस्ताव रखेगा।

जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ ही अब यमुना प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र की अन्य परियोजनाओं के लिए भी जमीन के बदले किसानों को बढ़ा मुआवजा देने की तैयारी है। यमुना विकास प्राधिकरण 28 मार्च को होने वाली बोर्ड में यह प्रस्ताव रखेगा।
प्राधिकरण क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2025-26 से सभी परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण के दायरे में आने वाले किसानों को एक समान दर पर मुआवजा वितरित किया जाएगा। इसका लेखा-जोखा तैयार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने विगत 10 मार्च को कैबिनेट में नोएडा एयरपोर्ट के दायरे में आए किसानों को 4300 रुपये प्रतिकर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसके लिए 20 दिसंबर को जेवर के किसानों ने मुख्यमंत्री से चर्चा की थी, जिसमें मुख्यमंत्री ने बढ़े मुआवजे की घोषणा की और इस पर अमल किया गया।
प्राधिकरण अभी तक विकास परियोजनाओं के लिए किसानों से 3100 रुपये प्रतिकर के हिसाब से जमीन खरीद रहा था, लेकिन किसानों और भूस्वामियों की मांग थी कि जेवर के विकास से उनकी जमीन की कीमतें बढ़ गई हैं। ऐसे में उन्हें बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए। एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण में 2053 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। इसके अलावा परगना और जेवर के राजस्व गांव आकुलपुर में 45.6593 हेक्टेयर, म्याना में 165.2586 हेक्टेयर और मकसूदपुर में 33.0063 हेक्टेयर यानी कुल 243.9602 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जानी है। यह भूमि सेक्टर-10 में अधिग्रहीत होनी है। इस भूमि के लिए किसानों को 4300 रुपये के हिसाब से मुआवजा देने का रास्ता साफ हो गया है। अब प्राधिकरण ने फिल्म सिटी समेत अन्य विकास परियोजनाओं के लिए शहरभर में किसानों को बढ़ा मुआवजा देने की तैयारी कर ली है। नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की तरह ही पूरे शहर में 4300 रुपये के हिसाब से जमीन खरीदने का प्रस्ताव बोर्ड में रखा जाएगा।
इन 14 गांव की जमीन का होगा अधिग्रहण
एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण में कुल 2053 हेक्टेयर भूमि चाहिए। इनमें से 14 गांव की 1888.98 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, शेष भूमि प्रशासन के पास पहले से है। भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों से सहमति मांगी जा रही थी। अब 70 प्रतिशत से ज्यादा किसान जमीन देने के तैयार हो गए हैं। अधिग्रहण के दायरे में करीब 42433 किसान आएंगे। वहीं, अधिग्रहण से करीब 936 परिवार विस्थापित होंगे। नीमका शाहजहांपुर, ख्वाजापुर, पारोही, किशोरपुर, बनवारीबांस, जेवर बांगर, मुकीमपुर शिवारा, साबुता, अहमदपुर चवरौली, दयानतपुर, रोही और बंकापुर, थोरा, रामनेर गांव में जमीन का अधिग्रहण होगा।
दो रनवे बनेंगे
जमीन अधिग्रहण में सबसे ज्यादा थोरा और रामनेर के करीब 17 हजार किसान शामिल हैं। वहीं, अन्य 12 गांवों के किसानों की संख्या 25 हजार है। उक्त जमीन पर एयरपोर्ट के दो रनवे और विमान के इंजन बनाने वाली कंपनियों के विकसित होगी। इसके अलावा एयरपोर्ट पर क्रॉसिंग और सर्विस रनवे बनाए जाएंगे, जिनसे चलकर विमान हैंगर तक पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पर कुल पांच रनवे बनाए जाने हैं।
डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण ने कहा, ''यमुना प्राधिकरण की 28 मार्च को बोर्ड बैठक होनी है। वहीं, जिला प्रशासन सर्किल रेट भी बढ़ाने जा रहा है। ऐसे में क्षेत्र के सभी किसानों को एक समान मुआवजा देने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।''