पहलगाम हमले को कश्यप कश्मीर सभा ने कायरना बताया
- पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की- पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की- पहलगाम में पर्यटकों पर

गुरुग्राम। पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर और कायरना आतंकवादी हमले की कश्यप कश्मीर सभा ने कड़ी निंदा की है। सभा की तरफ से 27 अप्रैल की शाम सात बजे को इस हमले में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए रेजांगला चौक पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा। कश्यप कश्मीर सभा ने कहा कि नागरिकों को नागरिकों को उनकी पहचान और आस्था के आधार पर निशाना बनाना अमानवीयता का घृणित कृत्य है। यह घाटी में हिंदू समुदाय के सामने लगातार आ रहे खतरों की याद दिलाता है। यह जघन्य घटना विस्थापित कश्मीरी पंडितों के अनभरे घावों को फिर से ताजा कर देती है। इससे संग्रामपोरा, छतीसिंगपोरा, वंधामा और पुलवामा में हुए दुखद नरसंहारों की दर्दनाक यादें ताजा हो गई हैं। इस तरह की बार-बार होने वाली हिंसा उस समुदाय के आघात को और गहरा करती हैं, जिसने दशकों तक पीड़ा झेली है।
इस हमले के अपराधियों के खिलाफ त्वरित, दृढ़ और बिना किसी समझौते के कार्रवाई की जानी चाहिए। न्याय मिलना चाहिए और क्षेत्र के सभी नागरिकों-विशेषकर अल्पसंख्यकों-की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। आतंकवाद का किसी भी सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। घृणा के ये कृत्य कभी भी शांतिप्रिय भारतीयों के संकल्प को हिलाने या हमारी सामूहिक भावना को तोड़ने में सफल नहीं होंगे।
विश्व ब्राह्मण संघ ने हमले की निंदा की
पहलगाम में हिंदुओं को निशाना बनाकर की गई निर्मम हत्या की घटना पर विश्व ब्राह्मण संघ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। संघ के अध्यक्ष शशिकांत शर्मा ने इस हमले को सुनियोजित साजिश बताते हुए इसे कायरता पूर्ण कृत्य करार दिया। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर निर्दोष हिंदुओं की पहचान कर उन्हें निशाना बनाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय है। भारत को आतंकवाद और पाकिस्तान समर्थित ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। हमले में मारे गए निर्दोष लोगों की आत्मा की शांति के लिए विश्व ब्राह्मण संघ के पदाधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की। संघ ने सरकार से दोषियों को जल्द पकड़कर कठोर सजा दिलवाने की मांग की है। इस घटना ने पूरे देश में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। विश्व ब्राह्मण संघ ने सभी देशवासियों से एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया है।
लोगों से बातचीत
इस जघन्य घटना ने विस्थापित कश्मीरी पंडितों के अनभरे घावों को फिर से ताजा कर दिया है। नागरिकों को नागरिकों को उनकी पहचान और आस्था के आधार पर निशाना बनाना अमानवीयता का घृणित कृत्य है।
- डॉ. अश्वनी वैष्णवी, प्रधान, कश्यप कश्मीर सभा
इस तरह की बार-बार होने वाली हिंसा उन समुदायों के आघात को और गहरा करती हैं, जिसने दशकों तक पीड़ा झेली है। इस हमले के अपराधियों के खिलाफ त्वरित, दृढ़ और बिना किसी समझौते के कार्रवाई की जानी चाहिए।
- ध्रुव थूसो, महासचिव, कश्यप कश्मीर सभा
पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर और कायरना आतंकवादी हमले की करते हैं। न्याय मिलना चाहिए और क्षेत्र के सभी नागरिकों-विशेषकर अल्पसंख्यकों-की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। आतंकवाद का किसी भी सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है।
- सतीश कुमार खेर, कोषाध्यक्ष, कश्यप कश्मीर सभा
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।