Empowering Youth Skills in Gurugram National Human Rights Commission and PM Vishwakarma Scheme Collaboration एनसीआर में दिखेगा नाई नंगला गांव के युवाओं का हुनर, Gurgaon Hindi News - Hindustan
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एनसीआर में दिखेगा नाई नंगला गांव के युवाओं का हुनर

गुरुग्राम के नाई नंगला गांव में सैन समाज के युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत युवाओं को हेयर ड्रेसिंग, ब्यूटी केयर, और अन्य हुनर में...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवSun, 18 May 2025 12:50 AM
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एनसीआर में दिखेगा नाई नंगला गांव के युवाओं का हुनर

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। सोहना खंड स्थित नाई नंगला गांव के सैन समाज के वे युवा जो पारंपरिक रूप से कुशल हुनर से जुड़े हुए हैं। ऐसे युवाओं के हुनर को अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने जा रही है। इस प्रयास में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सहयोगी की भूमिका निभाएगा, जबकि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से युवाओं को कुशलता से प्रशिक्षित किया जाएगा। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने शनिवार को गांव का दौरा कर ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। प्रियंक कानूनगों ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग हर वर्ग और समुदाय को समान अवसर मिले तथा उनकी गरिमा और अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने तथा सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को सशक्त करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है।

उन्होंने कहा कि सैन समाज जो पारंपरिक रूप से कुशल हुनर से जुड़ा हुआ है। उसे अब आधुनिक कौशल में पारंगत हो आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि आयोग गांव की युवाशक्ति को हेयर ड्रेसिंग, ब्यूटी केयर, मेकअप आर्ट, पारंपरिक नाईगीरी कला, एवं अन्य स्व-रोजगारोन्मुखी विधाओं में पारंगत करने की प्रक्रिया में सहयोग कर इन्हें एनसीआर जैसे बड़े बाजार क्षेत्र में मजूबती के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में विशेष सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन उनके कौशल रोजगार में वृद्धि करने के लिए गांव में ही प्रशिक्षण शिविर आयोजित करे। योजना में 18 हस्त व्यवसायों को शामिल किया गया है। जिनमें सुनार, नाव बनाना, शस्त्राकार, लुहार, हथौड़ा व लोहे के औजार बनाना, ताला बनाना, सुनार, कुंभकार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई बनाना, गुड़िया व खिलौने बनाना, बारबर, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने के जाल बनाने का काम शामिल है। इस योजना में विभिन्न व्यावसायों से जुड़े दस्तकारों को प्रशिक्षण, टूल किट व बैंक लोन की सुविधा प्रदान की जाएगी। योजना में कारीगर को पहले पीएम विश्वकर्मा.जीओवी.इन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा। पंजीकरण के बाद इन कारीगरों की जिला में स्थापित किए गए कौशल विकास केंद्रों में पांच दिन की ट्रेनिंग करवाई जाएगी। टूल किट खरीदने के लिए 15 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। छोटे कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहले एक लाख रूपए का लोन दिया जाएगा। जिसको 18 महीनों में पांच प्रतिशत की ब्याज दर से चुकाया जाना है। बैंक ऋण की अदायगी के बाद इन कारीगरों को दोबारा ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी। ट्रेनिंग में हर रोज 500 रुपये का स्टाइपेंड दिया जाएगा। दो लाख रुपये का लोन मिलेगा, जिसकी अदायगी तीस माह में की जानी है। कार्यक्रम में सोहना एसडीएम संजीव सिंगला, तहसीलदार गुरदेव, खंड शिक्षा अधिकारी डॉ संतोष सहित कार्यक्रम में संयोजक सुशील वर्मा, बबिता यादव ग्राम सचिव मनोज कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।

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