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कनाडा के नागरिकों से ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 13 हुए अरेस्ट

  • कनाडा के नागरिकों को तकनीकी सपोर्ट देने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का साइबर थाना पुलिस ने शुक्रवार देर रात भंडाफोड़ किया। कॉल सेंटर में काम करने वाले दो युवतियों समेत 13 लोगों को मौके गिरफ्तार किया।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, गुरुग्रामSun, 23 March 2025 11:46 AM
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कनाडा के नागरिकों से ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 13 हुए अरेस्ट

कनाडा के नागरिकों को तकनीकी सपोर्ट देने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का साइबर थाना पुलिस ने शुक्रवार देर रात भंडाफोड़ किया। कॉल सेंटर में काम करने वाले दो युवतियों समेत 13 लोगों को मौके गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक यह कॉल सेंटर बीते एक महीने से सुशांतलोक फेज-तीन के बी-ब्लॉक में चल रहा था।

पुलिस ने कॉल सेंटर से 12 लैपटॉप और तीन मोबाइल फोन को जब्त किया है। आरोपियों के खिलाफ साइबर थाना दक्षिण में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। एसीपी साइबर प्रियांशु दीवान ने बताया कि साइबर थाना दक्षिण टीम को फर्जी कॉल सेंटर चलने की जानकारी मिली थी। इस पर टीम को तैयार किया गया। टीम ने सुशांतलोक फेज-तीन के बी-ब्लॉक के मकान में छापेमारी की। रात में लैपटॉप पर और डायलर के जरिए वह कनाडा के लोगों से बातचीत कर रहे थे।

टीम ने मौके से विशाल दुबे, शुभम दुबे, हर्षित मिश्रा, रवि कौशिक, सौरभ तंवर, अक्षत कुंडू, अंकित चौहान, अक्षय, प्रिंस, सूरज, देवांश, निशि शुक्ला और दिति शुक्ला को गिरफ्तार किया गया। कॉल सेंटर का मास्टर माइंड सूरज है,जो कॉल सेंटर को संचालित कर रहा था। आरोपी कॉल सेंटर में काम करने वालों को हर महीने 30 हजार रुपये का वेतन भी देता था। यह टीम पिछले एक महीने से माइक्रोसॉफ्ट सपोर्ट देने का झांसा देकर विदेशी नागरिकों को निशाना बना रही थी।

पुलिस ने बताया कि आरोपी कनाडा नागरिकों के कंप्यूटर पर पॉप-अप वायरस भेजते थे, जिससे उन्हें एक टोल-फ्री नंबर पर कॉल करने के लिए प्रेरित किया जाता था, जो कॉल सेंटर से जुड़ जाता था। इसके बाद एजेंट माइक्रोसॉफ्ट के प्रतिनिधि बनकर नागरिकों की बैंकिंग जानकारी लीक होने का दावा करते थे। पीड़ितों को उनके कंप्यूटर तक रिमोट एक्सेस पाने के लिए स्क्रीन-शेयरिंग एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए राजी करते थे। इसके बाद एजेंट दावा करते थे कि बैंकिंग डेटा खतरे में है और पीड़ितों को अपने खातों को सुरक्षित करने के लिए 500 से 1000 डॉलर के गिफ्ट कार्ड खरीदने का निर्देश देते थे। इसके बाद धोखेबाजों द्वारा गिफ्ट कार्ड नंबर लेकर उसको कैश करवा लेते।

● 2024 अगस्त में पुलिस टीम ने सोहना के सेक्टर-33 में एक हाउसिंग सोसाइटी में एक ही मंजिल पर तीन फ्लैटों में संचालित किए जा रहे एक फर्जी कॉल सेंटर पर पुलिस ने छापा मारा, जिसके बाद कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

● 04 दिसंबर 2024 को गुड़गांव पुलिस ने तीन लोगों को एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। लोग प्रमुख टेक कंपनियों के कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बनकर अमेरिकी नागरिकों को ठगते थे।