12-Year-Old Boy Commits Suicide Over False Theft Accusation in West Medinipur मां मैंने चोरी नहीं की...लिख, 12 वर्षीय लड़के ने दी जान, Delhi Hindi News - Hindustan
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मां मैंने चोरी नहीं की...लिख, 12 वर्षीय लड़के ने दी जान

::दर्दनाक:: --दुकानदार ने कुरकुरे का पैकेट चोरी करने का आरोप लगाते हुए थप्पड़ मारे

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 23 May 2025 07:27 PM
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मां मैंने चोरी नहीं की...लिख, 12 वर्षीय लड़के ने दी जान

कोलकाता, एजेंसी। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पंसकुरा में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दुकान से कुरकुरे का पैकेट चोरी करने का आरोप लगने के बाद 12 वर्षीय लड़के ने सुसाइड नोट में ‘मां मैंने चोरी नहीं की लिखकर जान दे दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कक्षा सात का छात्र कृष्णेंदु दास गुरुवार को पंसकुरा इलाके के गोसाईबर बाजार में एक दुकान पर कुरकुरे लेने पहुंचा। वहां दुकानदार शुभंकर दीक्षित को नहीं पाकर, उसने कई बार उन्हें बुलाया, लेकिन दीक्षित नहीं आए। काफी देर रुकने के बाद भी जब कोई नहीं आया तो एक पैकेट कुरकुरे लेकर वह घर की तरफ आने लगा।

इसी दौरान शुभंकर भी वहां आ गया और उसने छात्र पर चोरी का इल्जाम लगाते हुए उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे थप्पड़ मारे। साथ ही सबके सामने उठक-बैठक करने को कहा। लड़के की मां को भी मौके पर बुलाया गया। मां ने भी उसे डांटा और थप्पड़ मारे। इस दौरान लड़के ने दावा किया कि वहां कोई नहीं था, इसलिए कुरकुरे का पैकेट उठा लिया और बाद में पैसे देने वह आता। उसने दुकान मालिक की सहमति के बिना पैकेट उठाने के लिए माफी मांगते हुए तुरंत पैसे देने की पेशकश भी की, लेकिन दुकान मालिक ने उस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। मुंह से निकल रहा था झाग घटना के बाद नाराज कृष्णेंदु अपनी मां के साथ घर लौटा और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। कुछ देर बाद उसकी मां ने उसे आवाज लगाई, लेकिन कमरे से उसने जवाब नहीं दिया। इसके बाद पड़ोसियों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ा तो देखा कि उसके मुंह से झाग निकल रहा था। कीटनाशक की आधी खाली बोतल उसके बगल में पड़ी थी। सुसाइड नोट में मां से मांगी माफी कृष्णेंदु दास ने बंगाली में सुसाइड नोट लिखा। नोट में लिखा था, ‘मां, मैं चोर नहीं हूं। मैंने चोरी नहीं की। जब मैं इंतजार कर रहा था, तो चाचा (दुकानदार) आस-पास नहीं थे। लौटते समय मैंने कुरकुरे का पैकेट पड़ा देखा और उसे उठा लिया। मुझे कुरकुरे बहुत पसंद हैं। जाने से पहले ये मेरे आखिरी शब्द हैं। कृपया मुझे इस कृत्य (कीटनाशक का सेवन) के लिए माफ करें।

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