गर्म होते महासागर तूफानों को बना रहे शक्तिशाली
-जलवायु संकट ने समुद्री हीटवेव की अवधि तीन गुना बढाई मैड्रिड, एजेंसी। जलवायु परिवर्तन

मैड्रिड, एजेंसी। जलवायु परिवर्तन के चलते दुनिया के महासागर खतरनाक रूप से गर्म हो रहे हैं और यह गर्मी अब घातक तूफानों को और भी ज्यादा ताकतवर बना रही है। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि समुद्रों में आने वाली गर्मी की लहरों (मरीन हीटवेव्स) की अवधि तीन गुना बढ़ चुकी है और इनका असर सिर्फ समुद्री जीवन ही नहीं बल्कि मानव जीवन पर भी सीधा पड़ रहा है।
अध्ययन में बताया गया है कि वर्ष 2000 के बाद से आई आधी समुद्री हीटवेव मानव जनित ग्लोबल वॉर्मिंग के बिना मुमकिन नहीं होतीं। ये हीटवेव अब औसतन एक डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म होती हैं, कुछ जगहों पर यह अंतर पांच डिग्री तक पहुंच गया है। स्पेन के मेडिटेरेनियन इंस्टीट्यूट फॉर एडवांस्ड स्टडीज का यह अध्ययन प्रोसीडिंग ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसिस पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
‘सूप जैसे गर्म महसूस हो रहे : शोधार्थियों ने बताया, भूमध्यसागर में समुद्र का पानी इतना गर्म हो गया है कि तैरते समय ऐसा लगता है जैसे गर्म सूप में उतर रहे हों। समुद्र की यह अतिरिक्त गर्मी सिर्फ समुद्री घास और कोरल रीफ्स जैसे पारिस्थितिक तंत्रों को नहीं मार रही, बल्कि तूफानों को भी अतिरिक्त ऊर्जा दे रही है। इससे वे अधिक शक्तिशाली, विनाशकारी और व्यापक असर वाले हो गए हैं।
जीवन से लेकर आर्थिक नुकसान
शक्तिशाली होंगे तूफान, भारी बारिश और बाढ़, समुद्री जीवन का विनाश, मछली पालन, पर्यटन और तटीय व्यापार को नुकसान, गर्म महासागर वातावरण से कार्बन डाईऑक्साइड कम अवशोषित करते हैं, जिससे ग्लोबल वॉर्मिंग और तेज होगी।
लीबिया की बाढ़ एक चेतावनी
2023 में लीबिया में आई भयावह बाढ़ को इस बात के उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है। भूमध्य सागर का तापमान 5.5 डिग्ली सेल्सियस तक बढ़ने से वातावरण में जलवाष्प की मात्रा बढ़ी, जिससे अत्यधिक वर्षा हुई और 11,000 से अधिक लोगों की जान चली गई।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।