विदेश : निर्णयकर्ताओं और लोगों के बीच बढ़ रही दूरी : सत्यार्थी
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने 'वैश्विक न्याय, प्रेम और शांति शिखर सम्मेलन' में कहा कि निर्णयकर्ताओं और प्रभावित लोगों के बीच बढ़ता अंतर गंभीर नैतिक जवाबदेही की कमी का संकेत है।...

दुबई, एजेंसी। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने 'वैश्विक न्याय, प्रेम और शांति शिखर सम्मेलन' के समापन अवसर पर कहा कि निर्णयकर्ताओं और वे जिन लोगों के लिए निर्णय ले रहे हैं, उनके बीच गंभीर अंतर है और यह अंतर बढ़ता ही जा रहा है। सत्यार्थी ने 11 अन्य नोबेल पुरस्कार विजेताओं के साथ मिलकर सामाजिक परिवर्तन की दिशा में अपने प्रयासों के दौरान नौकरशाही और समाज की उदासीनता से जुड़े अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, यह स्थिति गंभीर नैतिक जवाबदेही और जिम्मेदारी की कमी की ओर ले जा रही है। हम कानूनी जवाबदेही, नियमों और कानूनों की बात करते हैं, लेकिन नैतिक जिम्मेदारी उससे कहीं गहरी होती है और लोगों को जवाबदेह ठहराने में उसकी भूमिका अहम है। यह जीवन के हर क्षेत्र में दिखती है, लेकिन खासकर वहां जहां फैसले लिए जाते हैं।
सत्यार्थी ने कहा कि करुणा की कमी से यह समस्या उत्पन्न हो रही है। उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह सहिष्णुता बढ़ाने की दिशा में संयुक्त अरब अमीरात से सीख ले, जहां स्कूली बच्चों में सहिष्णुता की भावना को विकसित किया जा रहा है।
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