हथियार और ड्रग भेजने की पुरानी हरकतों पर उतरा पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को सैन्य अभियान समाप्त करने के बाद, पाकिस्तान ने ड्रोन का उपयोग कर भारत में नशीले पदार्थ और हथियार गिराना जारी रखा है। बीएसएफ ने हाल ही में कई ड्रोन और उनके द्वारा गिराए...

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता भारत और पाकिस्तान द्वारा 10 मई को सैन्य अभियान समाप्त करने की घोषणा के बाद पाकिस्तान अपनी पुरानी हरकतों पर उतर आया है। पश्चिमी सीमा पर जमीन और हवा दोनों स्तर पर कड़ी निगरानी के बावजूद पाकिस्तान ने चीन में बने ड्रोन की मदद से भारत में नशीले पदार्थ और हथियार गिराना जारी रखा है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पंजाब पुलिस द्वारा की गई बरामदगी से इसकी पुष्टि हुई है। 10 मई को बीएसएफ ने विशेष सूचना पर पाक की सीमा से लगे पंजाब के अमृतसर जिले के शेख भट्टी गांव के करीब एक स्थान पर पीले रंग का पैकेट बरामद किया।
एक बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि पैकेट में एक इम्प्रोवाइज्ड मेटल वायर लूप लगा था। यह दर्शाता है कि इसे ड्रोन द्वारा गिराया गया था। पैकेट में 2.7 किलोग्राम उच्च श्रेणी का विस्फोटक, सहायक उपकरण के साथ दो हैंड ग्रेनेड, दो पिस्तौल, चार मैगजीन, गोला बारूद, दो डेटोनेटर और एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) सर्किट था। साजिशों को नहीं रोका सूत्रों ने कहा कि सीमा पार से जुड़े हथियार सिंडिकेट ने भारतीय धरती पर हथियार, ड्रग भेजने की अपनी साजिशों को नहीं रोका है। सीजफायर के बाद 11 मई को बीएसएफ ने पंजाब के गुरदासपुर के गोला डोला गांव से सटे एक खेत से ‘डीजेआई माविक 3 क्लासिक ड्रोन और कहनगढ़ गांव में एक पिस्तौल के साथ इसी तरह का एक अन्य ड्रोन बरामद किया। उसी दिन, बीएसएफ ने अमृतसर के राजाताल गांव के पास एक खेत से 559 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। 15-16 मई की रात को बीएसएफ जवानों ने फिरोजपुर सीमा क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि देखी और तरनतारन जिले के कलश गांव से सटे एक खेत से ड्रोन के साथ एक पिस्तौल और दो मैगजीन बरामद कीं। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की ड्रोन गतिविधियां पिछले कुछ वर्षों से जारी हैं। इसकी जानकारी लगातार सीमा पार उचित माध्यमों से दी जाती है लेकिन ये रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। लगातार ड्रोन भेज रहा पाक पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब भारत पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष की स्थिति बनी, उस वक्त पाक ने बड़ी संख्या में स्वार्म ड्रोन सीमा पार से भेजे थे लेकिन तब भी हथियार और नशीले पदार्थ गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल बंद नहीं किया। संघर्ष समाप्त होने के तुरंत बाद भी पाक ने सीमापार से अपनी हरकतें जारी रखी हैं। अधिकारी ने कहा, अब जो ड्रोन भेजे जा रहे हैं वे नुकसान पहुंचाने के बजाय छोटी मात्रा में हथियार और ड्रग पहुंचाने वाले हैं। ये संघर्ष के दौरान इस्तेमाल किए गए ड्रोन से अलग हैं। सबसे ज्यादा ड्रोन अमृतसर भेजे गए जांच में पता लगा कि सीमा से लगते पाकिस्तान के लाहौर से ड्रोन की सबसे अधिक 184 टेक ऑफ भारत के सीमांत जिले अमृतसर के लिए कराई गईं। यह तस्करों और गैंगस्टरों का सबसे अधिक पसंदीदा ड्रोन रूट बन रहा है। लाहौर और अमृतसर का ड्रोन रूट सबसे ज्यादा इस्तेमाल हुआ। दूसरे नंबर पर सीमा से लगते पाकिस्तान के लाहौर और नारोवाल इलाके रहे। तीसरे नंबर पर पाकिस्तान का नारोवाल और भारत का गुरदासपुर रहा। तस्करों के लिए पाकिस्तान के पंजाब का ओकारा और भारत के पंजाब का आबोहर भी पसंदीदा ड्रोन रूट बनकर उभर रहा है। चीन में बने हैं ड्रोन पाकिस्तान से भारत भेजे जाने वाले ड्रोन की जांच में पाया गया कि इनमें अधिकतर चीन में निर्मित थे। एजेंसियों का कहना है कि सीमा पर तैनात बीएसएफ इन्हें गिराने की कोशिश कर रही है लेकिन कुछ ड्रोन उन्हें धोखा दे देते हैं। पंजाब सीमा पर पिछले साल 294 ड्रोन जब्त वर्ष 2024 में बीएसएफ ने पंजाब सीमा पर 294 ड्रोन जब्त किए थे। ये आंकड़ा एक साल पहले की तुलना में लगभग दोगुना है। सूत्रों ने बताया कि भारत-पाक के सीमावर्ती इलाकों और अन्य जगहों से 2022 से जनवरी 2025 तक 501 ड्रोन पकड़े गए। इनमें सबसे अधिक 474 ड्रोन भारत-पाक सीमा पर तैनात बीएसएफ ने पकड़े। इनमें 251 ड्रोन को जांच के लिए दिल्ली और पंजाब की स्पेशल फॉरेंसिक प्रयोगशाला में भेजा गया था।
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