दुनिया भारत की तरफ देख रही है, युवाओं को बनाना होगा सिरमौर : भागवत
-आरएसएस प्रमुख ने कहा-देश के लिए हम सब एक हैं, यह सर्वोपरि होना जरूरी

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि दुनिया भारत की तरफ देख रही है और देश के भाग्य में भी परिवर्तन हो रहा है। दुनिया ने दोनों रास्तों पर चलकर देख लिया है और उसे विफलता ही मिली है। साधन और संपन्नता तो मिली, लेकिन संतोष नहीं मिला।
भागवत ने देश के युवाओं से कहा कि यह उन पर निर्भर करता है कि अपने देश को कैसे सिरमौर बनाएं। संघ प्रमुख ने देश की एकता पर जोर दिया और कहा कि देश के लिए हम सब एक हैं, यह सर्वोपरि होना चाहिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के दिल्ली में बने नए भवन यशवंत का उद्घाटन करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि इस समय दुनिया भारत की तरफ देख रही है। अब युवाओं को तय करना है कि अपने देश को सिरमौर कैसे बनाएं। देश में अनेक भाषा, प्रांत हैं, लेकिन एक राष्ट्र है। इसे किसी विदेशियों ने नहीं बनाया, बल्कि हमारे अपने राष्ट्र की परिकल्पना है। वह देश को जोड़ती है। भागवत ने कहा कि एकता का सामर्थ्य होने के बाद भी अगर अनुशासन नहीं है तो बात नहीं बनेगी। अनुशासन बेहद जरूरी है। जहां-जहां भेद है, वहां पर प्रेम एकत्र करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जो आनंद है, वह उत्कृष्टता से आता है। जहां आनंद है, वहां संस्कार है। आनंद में संस्कार का ध्यान रखना होगा। भागवत ने नसीहत भी दी कि कार्यालय कार्यकर्ताओं की भावनाओं का घर है और हम इसके मालिक नहीं है, इसका हिस्सा हैं। कार्यक्रम में पूर्व उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी आदि उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।