अपडेट----डीपी--1 मैतेई संगठन के नेता की गिरफ्तारी के बाद मणिपुर बवाल
नोट--राज्यपाल ने समीक्षा बैठक की, बॉक्स जोड़ा गया है नंबर गेम 10 लोग हिंसक

नई दिल्ली, एजेंसी। मैतेई संगठन अरंबाई टेंगोल (एटी) के एक नेता कानन सिंह की गिरफ्तारी के बाद मणिपुर फिर से जलने लगा है। अपने नेता की रिहाई की मांग करते हुए संगठन के सदस्यों ने शनिवार देर रात हिंसक प्रदर्शन किया, जिसमें दस लोग घायल हो गए। स्थिति बिगड़ती देख प्रदेश के पांच जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। सीबीआई ने कहा कि शनिवार को ही मैतेई नेता कानन सिंह की गिरफ्तारी की खबर सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गई, जबकि उसे रविवार को इंफाल हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया है। कानन सिंह पर वर्ष 2023 में हुए मणिपुर हिंसा में शामिल होने का आरोप है।
संघीय एजेंसी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद मणिपुर जातीय हिंसा से संबंधित मामलों की जांच कर रही है। सीबीआई ने कहा कि मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए हिंसा मामलों की सुनवाई गुवाहाटी स्थानांतरित कर दी गई है। बस को आग के हवाले किया मैतेई नेता की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने क्वाकेथेल और उरीपोक में सड़कों पर टायर और पुराने फर्नीचर जलाए। शनिवार रात राज्य की राजधानी में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाबलों से झड़प हुई। इसमें दस लोग घायल हो गए। इसके साथ ही भीड़ ने इंफाल पूर्वी जिले के खुरई लामलोंग में एक बस को आग के हवाले कर दिया। हवाई अड्डे पर पहुंचे प्रदर्शनकारी प्रदर्शनकारी इंफाल हवाई अड्डे के गेट पर पहुंचे और जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। गिरफ्तार नेता को राज्य से बाहर ले जाने के किसी भी संभावित प्रयास को रोकने के लिए उन्होंने मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद थे। आंसू गैस के गोले दागे राजभवन से करीब 200 मीटर दूर कंगला गेट के सामने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे। राजभवन की ओर जाने वाली सड़कों पर केंद्रीय बलों की अतिरिक्त तैनाती के साथ ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आत्मदाह की धमकी दी प्रदर्शनकारियों ने खुद पर पेट्रोल डालकर प्रशासन को आत्मदाह की धमकी दी। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कई प्रदर्शनकारी खड़े हैं और खुद पर पेट्रोल छिड़क रहे हैं। हालांकि, वीडियो की पुष्टि हम नहीं कर रहे हैं। इंटरनेट सेवा निलंबित एहतियात के तौर पर प्रशासन ने इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी। साथ ही इन घाटी क्षेत्रों में वीसैट और वीपीएन सुविधाओं सहित इंटरनेट और मोबाइल-डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। उधर, अरंबाई टेंगोल ने गिरफ्तारी के विरोध में रविवार से 10 दिनों के बंद का एलान किया है। पांच सदस्यों को किया गिरफ्तार मणिपुर के विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की। विधायकों ने दावा किया कि हिंसा की पिछली घटनाओं के सिलसिले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। भाजपा विधायक के. इबोमचा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से एक को सीबीआई ने पकड़ा है, जबकि अन्य चार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि हम हाल ही में आई बाढ़ के दौरान अरंबाई टेंगोल द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना करते हैं। कानन को मणिपुर पुलिस ने नहीं बल्कि सीबीआई ने एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। कांग्रेस ने रिहा करने का आग्रह किया कांग्रेस विधायक टी. लोकेश्वर ने कहा कि कानन को आरामबाई टेंगोल का सदस्य होने के कारण गिरफ्तार नहीं किया गया है। उसे सीबीआई द्वारा जांचे जा रहे एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि हमने संबंधित अधिकारियों से बिना किसी शर्त के पांचों को रिहा करने का आग्रह किया है। राज्यपाल ने समीक्षा बैठक की मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक की। पुलिस महानिदेशक, आयुक्त (गृह), राज्यपाल के सचिव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था), आईजीएआर (एस), महानिरीक्षक, सीआरपीएफ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में मौजूद थे। साथ ही राज्यपाल ने विधायकों के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
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