old gurugram metro hitch will be removed design handed over to gmda 27 stations ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो की अड़चन होगी दूर, GMDA को सौंपा डिजाइन; रूट पर ये होंगे 27 स्टेशन, Ncr Hindi News - Hindustan
Hindi Newsएनसीआर न्यूज़old gurugram metro hitch will be removed design handed over to gmda 27 stations

ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो की अड़चन होगी दूर, GMDA को सौंपा डिजाइन; रूट पर ये होंगे 27 स्टेशन

ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट की अड़चन जल्द दूर होगी। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण और गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के अधिकारियों के बीच बुधवार को बैठक हुई। इसमें जीएमआरएल ने बख्तावर चौक पर अंडरपास का तैयार डिजाइन जीएमडीए को सौंप दिया।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, गुरुग्रामThu, 10 April 2025 08:00 AM
share Share
Follow Us on
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो की अड़चन होगी दूर, GMDA को सौंपा डिजाइन; रूट पर ये होंगे 27 स्टेशन

ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट की अड़चन जल्द दूर होगी। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) और गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) के अधिकारियों के बीच बुधवार को बैठक हुई। इसमें जीएमआरएल ने बख्तावर चौक पर अंडरपास का तैयार डिजाइन जीएमडीए को सौंप दिया। जीएमडीए अपनी सलाहकार कंपनी से इसकी जांच करवाएगा। इसके साथ-साथ सुशील ऐमा मार्ग को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। यह बैठक सेक्टर-44 स्थित जीएमडीए कार्यालय में हुई।

जीएमआरएल की तरफ से ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो का निर्माण तीन चरण में किया जाएगा। पहले चरण में मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से लेकर सेक्टर-नौ तक का निर्माण होगा। इसके तहत 1286 करोड़ रुपये का टेंडर आमंत्रित कर दिया है। इसे 22 अप्रैल को खोला जाएगा। दूसरे चरण में सेक्टर-नौ से लेकर डीएलएफ साइबर सिटी मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।

तीसरे चरण में सेक्टर-33 में मेट्रो डिपो तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जीएमआरएल को आदेश जारी किए हैं कि एक मई से मेट्रो निर्माण का काम शुरू कर दिया जाए। बुधवार को बैठक में जीएमडीए के मुख्य अभियंता अरुण धनखड़, राजेश बंसल, अधीक्षक अभियंता प्रवीण कुमार, फैजल इब्राहिम, कार्यकारी अभियंता विकास मलिक आदि मौजूद रहे।

रूट पर 27 स्टेशन प्रस्तावित

ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो के तहत 27 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके निर्माण पर 5452 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। इस रूट की लंबाई 28.5 किलोमीटर है। इसके ऊपर मिलेनियम सिटी सेंटर, सेक्टर-45, साइबर पार्क, सेक्टर-47, सुभाष चौक, सेक्टर-48, सेकटर-33, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार फेज-छह, सेक्टर-10, सेक्टर-37, गांव बसई, सेक्टर-नौ, सेक्टर-सात, सेक्टर-चार, सेक्टर-पांच, अशोक विहार, सेक्टर-तीन, बजघेड़ा रोड, पालम विहार एक्सटेंशन, पालम विहार, सेक्टर-23ए, सेक्टर-22, उद्योग विहार फेज-चार, उद्योग विहार फेज-पांच, साइबर सिटी, सेक्टर-101 आदि स्टेशन प्रस्तावित है।

पानी और सीवर लाइन को लेकर भी चर्चा

सुशील ऐमा मार्ग (सेक्टर-23-23ए) की मुख्य सड़क को लेकर विचार विमर्श हुआ। इसमें पानी और सीवर लाइन को लेकर चर्चा हुई। इस रोड से सीवर की मुख्य लाइन निकल रही है। जीएमआरएल की तरफ से बताया कि कुछ जगह पर सीवर लाइन के स्थानांतरण की आवश्यकता पड़ेगी। जीएमआरएल की तरफ से मेट्रो रूट की ड्राइंग को जीएमडीए को सौंपा जाएगा। इसके बाद सीवर लाइन स्थानांतरण को लेकर दोबारा चर्चा होगी। इस मुख्य सड़क की चौड़ाई मौजूदा समय में 30 मीटर है। मौजूदा समय में ओल्ड दिल्ली रोड से जुड़ रही इस मुख्य सड़क पर यातायात दबाव बेहद अधिक है। सेक्टर-21, 22, 23, पालम विहार, मौलाहेड़ा और दिल्ली का यातायात इस सड़क के माध्यम से ओल्ड दिल्ली रोड व उद्योग विहार की तरफ आता है। इसके अतिरिक्त बैठक में मेट्रो रूट पर जलभराव अध्ययन को लेकर को लेकर चर्चा हुई। इसके आधार पर मेट्रो स्टेशन के निर्माण की योजना को तैयार किया जाएगा। बता दें कि ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट पर मेट्रो एलिवेटिड चलाने की योजना है।

जीएमआरएल ने एक निदेशक को बदला

जीएमआरएल ने निदेशक (वित्तीय) को बदल दिया है। पहले इस पद पर नीरज कुमार को नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्होंने पद्भार ग्रहण करने से इंकार कर दिया। ऐसे में अब इस पद पर रजत वर्मा को नियुक्त किया है। इसके अलावा डीजीएम सिविल पद पर मधुर गोयल को नियुक्त किया है। जीएमआरएल में जेजीएम डिजाइन अंकित मित्तल और डीजीएम आर्किटेक्ट जितेंद्र को नियुक्त किया है। इसके अलावा सीपीएम सिविल पद पर रामप्रकाश गुप्ता, जीएम इलेक्ट्रिकल विजेंद्र चौधरी, जीएम रोलिंग स्टोक नरेंद्र कुमार उपाध्याय और जीएम टेलीकॉम मुकेश कुमार विश्वकर्मा को नियुक्त किया है।

बख्तावर चौक अंडरपास का डिजाइन जीएमडीए को सौंपा

जीएमआरएल ने बख्तावर चौक अंडरपास को लेकर तैयार डिजाइन जीएमडीए को सौंपा। जीएमडीए से आग्रह किया कि यदि इस डिजाइन में किसी तरह का बदलाव करना है तो जीएमआरएल को बताएं। यदि डिजाइन ठीक है तो इसके आधार पर काम अंडरपास और मेट्रो पिलर का निर्माण किया जाएगा।