दिल्ली के चांदनी चौक, सदर बाजार में सड़कों पर क्यों उतर आए हजारों व्यापारी; लाल किले तक मार्च
Pahalgam Terror Attack: आज सदर बाजार, भागीरथ प्लेस, गांधीनगर, नया बाजार, खारी बावली, चावड़ी बाजार, चांदनी चौक, जामा मस्जिद और हौज काजी समेत 100 से अधिक बाजार संघ बंद में भाग ले रहे हैं।

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले से अभी भी पूरा देश सदमे में है। आंतकियों के इस कायराना हमले ने 26 निर्दोष जिंदगियों को निगल लिया और अब देश को चाहिए तो सिर्फ आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई। इस बीच दिल्ली के चांदन चौक और सदर बाजार के हजारों व्यापारी सड़कों पर उतर आए हैं। वह पुलवामा हमले में सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब पाकिस्तान के साथ कोई व्यापार नहीं करेंगे।
जानकारी के मुताबिक पहलगाम आतंकी हमले से दिल्ली के व्यापारियों में भारी आक्रोश है। वह सिर्फ ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। सदर बाजार, भागीरथ प्लेस, गांधीनगर, नया बाजार, खारी बावली, चावड़ी बाजार, चांदनी चौक, जामा मस्जिद और हौज काजी समेत 100 से अधिक बाजार संघ बंद में भाग ले रहे हैं। कपड़ा, मसाले, बर्तन और सराफा जैसे क्षेत्रों के विभिन्न व्यापारी संघ भी बंद में शामिल हुए।
वहीं चांदनी और सदर बाजार में कई व्यापारी इकट्ठा हुए हैं और लाल किले तक मार्च कर रहे हैं। व्यापारियो ने कहा, हम चाहते हैं कि आतंकियों के खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाए और इसके लिए व्यापारी तन-मन धन से सरकार के साथ हैं।
व्यापारी संघ के एक सदस्य ने बताया कि दिल्ली के सबसे प्रमुख बाजारों में शामिल सदर बाजार शुक्रवार को वीरान नजर आया जहां आमतौर पर चहल-पहल रहती है। बंद की वजह से बाजार में सब्जी विक्रेता भी नहीं आए। बाजार संघ द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि गांधीनगर स्थित एशिया का सबसे बड़ा थोक रेडीमेड कपड़ा बाजार पूरी तरह बंद रहा।
बयान में कहा गया,‘‘बंद का उद्देश्य आतंकवादी हमले में मारे गए पर्यटकों के लिए न्याय की मांग करना और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करना है।
इससे पहले गुरुवार को ‘चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री’ (सीटीआई) ने बंद का आह्वान किया था। सीटीआई ने हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए कनॉट प्लेस में कैंडल मार्च भी निकाला। इस हमले में 26 लोग मारे गए हैं जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।
सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने शुक्रवार को कहा, यह सिर्फ प्रदर्शन नहीं है, यह आतंकवाद के खिलाफ एक सामूहिक रुख है। हम सभी इस लड़ाई में एकजुट हैं और पहलगाम में जान गंवाने वालों की याद में बंद का आयोजन कर रहे हैं। गोयल ने सरकार से पाकिस्तान के साथ सभी व्यावसायिक संबंध खत्म करने और भारत में पाकिस्तानी उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की। पहलगाम में मंगलवार को हुआ हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला है।
भाषा से इनपुट