डेलीगेशन में शशि थरूर को चुने जाने से खुश नहीं संदीप दीक्षित, PM मोदी को बांटने वाला बताया
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में संदीप दीक्षित ने कहा कि भाजपा और पीएम मोदी की समस्या यह है कि वे हर जगह दूसरों को विभाजित करने की कोशिश करते हैं। जब ऐसी समितियाँ बनाई जाती हैं और प्रतिनिधियों को चुना जाता है, तो यह पार्टी द्वारा किया जाता है।

मोदी सरकार ने 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को पूरे विश्व में भेजने का फैसला किया है। ये डेलिगेशन भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दुनिया के सामने रखेगा। इसमें कांग्रेस की तरफ से सांसद शशि थरूर भी होंगे,लेकिन मोदी सरकार के इस चुनाव से कांग्रेस के ही लोग खुश नहीं हैं। शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने अब इसपर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पीए मोदी हमेशा बांटने का काम करते हैं। ऐसा नहीं है कि केवल 2-3 चेहरे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में संदीप दीक्षित ने कहा कि भाजपा और पीएम मोदी की समस्या यह है कि वे हर जगह दूसरों को विभाजित करने की कोशिश करते हैं। जब ऐसी समितियाँ बनाई जाती हैं और प्रतिनिधियों को चुना जाता है, तो यह पार्टी द्वारा किया जाता है। यदि केंद्र सरकार कोई प्राथमिकता है कि किसे भेजा जाए, तो आपको संबंधित पार्टी से इस बारे में बात करनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि इस देश में केवल 2-3 चेहरे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक महत्वपूर्ण राजनयिक प्रयास में,केंद्र सरकार 23 मई से प्रमुख वैश्विक राजधानियों में संसद सदस्यों के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए तैयार है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा प्रस्तुत करना है। विभिन्न दलों के सांसदों और पूर्व मंत्रियों सहित कुल 51 राजनीतिक नेता और 8 पूर्व राजदूत सात प्रतिनिधिमंडलों का गठन करेंगे जो ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में आतंकवाद का मुकाबला करने पर भारत का रुख प्रस्तुत करने के लिए कई विश्व राजधानियों का दौरा करेंगे।
प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व बैजयंत पांडा,रविशंकर प्रसाद (दोनों भाजपा),संजय कुमार झा (जदयू), श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना), शशि थरूर (कांग्रेस),कनिमोझी करुणानिधि (डीएमके) और सुप्रिया सुले (एनसीपी-एसपी) करेंगे। वे 32 देशों और बेल्जियम के ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ के मुख्यालय का दौरा करने वाले हैं।