सीएम रेखा की विधानसभा का क्या है हाल? सौरभ भारद्वाज ने वीडियो जारी कर गिनाईं कमियां
इधर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने सीएम रेखा गुप्ता की विधानसभा की कमियां वीडियो के जरिए गिनाईं। आगे जानिए सौरभ ने शालीमार विधानसभा का क्या हाल बताया...

दिल्ली की विधानसभा में रेखा गुप्ता के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। सीएम समेत तमाम नेता आप की कमियों को गिनाते हुए भाजपा द्वारा चलाई जा रहीं योजनाओं के तेजी से पूरा होने का दावा करते हैं। इधर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने सीएम रेखा गुप्ता की विधानसभा की कमियां वीडियो के जरिए गिनाईं। आगे जानिए सौरभ ने शालीमार विधानसभा का क्या हाल बताया...
दिल्ली में लाखों गाय कूड़ा खाने को मजबूर
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि मैं जब सीएम रेखा की विधानसभा शालिमार बाग गया तो देखकर दंग रह गया। रेखा गुप्ता जो हर बार कहती हैं कि गायों के साथ गलत नहीं होना चाहिए, उन्हें गौशाला में रहना चाहिए। जब रेखा गुप्ता की सरकार है, भाजपा के पास केंद्र है, मगर फिर भी दिल्ली में लाखों गाय कूड़ा खाने को मजबूर हैं।
आप सोच सकते हैं कि जो गाय दिन भर कूड़ा खाती हैं, उनका दूध कैसा होगा। उसे पीकर आपका स्वास्थ्य कैसा रहेगा। कूड़ा खाने वाली इन गायों की मौत भी बहुत दर्दनाक होती है। सौरभ ने वीडियो में हालत दिखाते हुए कहा- जहां देखिए वहां कूड़े की भरमार और कूड़ा खातीं गाय।
नालों की सफाई और सिल्ट की समस्या
पूरे दिल्ली में घूम घूमकर कहा जा रहा है कि हम नाले साफ कर रहे हैं। मगर यहां देखिए इस नाले में कितनी काई जमी हुई है। इससे साफ पता चलता है कि इस नाले की सफाई कब से हुई है या नहीं। आप सब जगह सफाई की बात कर रही हैं, लेकिन आपकी अपनी विधानसभा का ही ये हाल है।
सड़क किनारे जमी सिल्ट को दिखाते हुए कहा- आप देख सकते हैं कि सिल्ट लगभग सूख चुकी है और बारिश आनी शुरू हो गई है, लेकिन फिर भी इसे हटाया नहीं गया है। यहां बस स्टॉप पर भी लोग बैठते हैं, लेकिन सफाई नहीं हुई है। सीएम दावा कर रही हैं कि दिल्ली में सफाई का कैंपेन चल रहा है, लेकिन उनकी ही विधानसभा का हाल बेहाल है।
डिस्पैंसरी, बस और झुग्गियां
दिल्ली की सीएम अक्सर मीडिया में बड़ी-बड़ी बातें करती हैं और कुछ लोग दुर्भाग्य से सही मान लेते हैं। मगर रेखा गुप्ता की बदकिस्मती देखिए कि डिस्पैंसरी को पेंट करके आरोग्य मंदिर बनाया तो हमारी नजर पड़ गई। हमारी बसों का नाम देवी बस किया तो हमारी नजर पड़ गई। जिस दिन कहा कि झुग्गियां नहीं टूटेगीं, अगले दिन ही 800 झुग्गियां तोड़ दी गईं।