भीषण गर्मी के बीच गुरुग्राम की कॉलोनियों से सेक्टरों तक बढ़ेगा पानी का संकट? क्या है वजह
ओल्ड गुरुग्राम की कॉलोनियों और सेक्टरों पर पेयजल संकट गहराने का खतरा मंडरा रहा है। गुरुग्राम नहर की हालत खस्ता होने की वजह से सिंचाई विभाग की तरफ से रोजाना 20 से 30 क्यूसिक पानी कम छोड़ा जा रहा है। इसे लेकर जीएमडीए अधिकारी वैकल्पिक इंतजाम में जुट गए हैं।

ओल्ड गुरुग्राम की कॉलोनियों और सेक्टरों पर पेयजल संकट गहराने का खतरा मंडरा रहा है। गुरुग्राम नहर की हालत खस्ता होने की वजह से सिंचाई विभाग की तरफ से रोजाना 20 से 30 क्यूसिक पानी कम छोड़ा जा रहा है। इसको लेकर जीएमडीए अधिकारी वैकल्पिक इंतजाम में जुट गए हैं।
गुरुग्राम से करीब 70 किलोमीटर दूर सोनीपत के गांव ककरौई से गुरुग्राम नहर में पानी छोड़ा जाता है। मौजूदा समय में गुरुग्राम नहर की हालत बदतर अवस्था में है। इस नहर से पानी बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचता है। इसकी क्षमता 270 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) है। इस संयंत्र से ओल्ड गुरुग्राम की करीब 200 कॉलोनी, सेक्टर और गांवों में पेयजल आपूर्ति होती है। इन क्षेत्रों में पर्याप्त पानी मुहैया करवाने के लिए जीएमडीए को 130 क्यूसिक पानी चाहिए। नहर की हालत खस्ता होने के कारण इसमें रोजाना 100 से 110 क्यूसिक पानी आ रहा है। गत एक मई से यह स्थिति बनी हुई है।
स्टोरेज टैंक हो रहा खाली : जीएमडीए ने बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में स्टोरेज टैंक बनवाए हुए हैं। इनकी क्षमता 1385 एमएल है। मौजूदा समय में इसमें 600 एमएल पानी बचा हुआ है। यदि अगले 10 दिन तक पानी की सप्लाई में सुधार नहीं आता है तो पेयजल संकट बढ़ सकता है।
वैकल्पिक प्रयास शुरू किए गए
गुरुग्राम नहर से पानी की सप्लाई कम आने की स्थिति में जीएमडीए ने वैकल्पिक प्रयास शुरू किए हैं। जीएमडीए की तरफ से चंदू बुढेड़ा के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी की एक पाइप लाइन डली हुई है। इस पाइप लाइन पर लगी पंपिंग मशीनों की क्षमता कम है। ऐसे में इन पंपिंग मशीनों की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।
नहर की हालत जर्जर
मंगलवार को जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता अभिनव वर्मा ने सिंचाई विभाग के उपमंडल अधिकारी के साथ बैठक की। उनसे आग्रह किया कि गुरुग्राम नहर में पानी की क्षमता को बढ़ाया जाए। बैठक में उपमंडल अधिकारी ने बताया कि गुरुग्राम नहर की हालत खराब है। अधिक पानी छोड़ने पर यह क्षतिग्रस्त हो सकती है। झज्जर के मुंडाखेड़ा पंप हाउस पर बिजली के अघोषित कट लगने के वजह से पानी की सप्लाई कम हो रही है।
अभिनव वर्मा, कार्यकारी अभियंता, जीएमडीए, ''गुरुग्राम नहर में पानी कम आ रहा है। चंदू बुढेड़ा से इस नहर में पानी पहुंचाने का वैकल्पिक इंतजाम कर रहे हैं। इसमें थोड़ा समय लगेगा। वैकल्पिक इंतजाम होने के बाद ओल्ड गुरुग्राम के निवासियों को पेयजल किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।''