shani pradosh vrat remedies for shiva and shani dev blessings शनि प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, शिव जी के साथ शनि देव का भी मिलेगा आशिर्वाद
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शनि प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, शिव जी के साथ शनि देव का भी मिलेगा आशिर्वाद

Shani Pradosh Vrat: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना किया जाता है। अगर प्रदोष व्रत शनिवार को पड़ता है, तो इसे शनि प्रदोष कहा जाता है। इस दिन किए गए उपाय साढ़ेसाती, ढैय्या और शनि दोष से मुक्ति दिलाते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।

Navaneet RathaurSat, 24 May 2025 05:47 PM
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शिवलिंग पर जल और बेलपत्र

शनि प्रदोष के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें। शिव मंदिर में शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, और बेलपत्र चढ़ाएं। "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जाप करें। यह शनि की अशुभ दृष्टि को कम करता है और शिव जी की कृपा दिलाता है।

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शनि मंदिर में सरसों का तेल

शनि प्रदोष पर शनि मंदिर में सरसों के तेल में अपनी छाया देखकर तेल अर्पित करें। "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। यह उपाय साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करता है।

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पीपल के पेड़ की पूजा

शनि प्रदोष के शाम में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। पेड़ की सात बार परिक्रमा करें और "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः" मंत्र का जाप करें। यह शनि दोष से मुक्ति और सकारात्मक ऊर्जा लाता है।

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हनुमान चालीसा का पाठ

शनि प्रदोष पर हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें। हनुमान जी की पूजा शनि के कुप्रभाव को कम करती है और शिव जी का आशीर्वाद दिलाती है। बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।

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काले तिल और उड़द दाल का दान

शनि प्रदोष के दिन काले तिल, काले उड़द की दाल, या काले वस्त्र दान करें। यह दान गरीबों या जरूरतमंदों को देना शुभ माना जाता है। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में समृद्धि आती है।

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गरीबों की सेवा

शनि प्रदोष पर गरीबों, वृद्धों, या असहाय लोगों को भोजन, वस्त्र, या धन दान करें। शनि देव सेवा से प्रसन्न होते हैं, और यह उपाय जीवन में सुख-शांति लाता है।

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नोट

यह खबर विभिन्न माध्यमों, धर्म ग्रंथों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। किसी भी तरह की विशेष जानकारी के लिए धर्म विशेषज्ञ से उचित सलाह लें।