होली रंगों और खाने-पीने का त्योहार है। इस फेस्टिवल में हर हिंदू घर में आपको गुजिया जरूर मिलेगी। इसके अलावा ऐसी कई चीजें हैं जो उत्तर भारत के घरों में होली पर बनाई जाती हैं। यहां हैं ऐसी 5 डिशेज जिन्हें आप भी होली पर बना सकते हैं।
होली मनाने के पीछे कई सारी मान्यताएं हैं। इसे राधा-कृष्ण के प्यार का प्रतीक माना जाता है। प्रह्लाद की जान बचने और होलिका के दहन की यादगार के रूप में भी यह त्योहार मनाया जाता है। होली को भी बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार मानते हैं। इसलिए लोगों का मुंह मीठा करवाया जाता है।
गुजिया के बिना होली अधूरी है। माना जाता है कि होली पर गुजिया बांटना और खिलाना शुभ होता है। गुजिया मैदे से बनी होती है और अंदर मावा या खोया भरा जाता है। खोए में कई तरह के ड्राईफ्रूट्स होते हैं। गुजिया को फ्राई करके बनाते हैं। कुछ लोग गुझिया बनाकर इसे चाशनी में भी डुबाते हैं।
होली पर उत्तर भारत में कई जगह दही भल्ले बनते हैं। दही भल्ले बनाने के लिए मूंग और उड़द की दाल को मिलाकर 7-8 भिगाते हैं। फिर इसे पीसकर पकौड़े बना लेते हैं। इसके बाद दही, चटनी, अनार और भुजिया से इसका स्वाद बढ़ाया जाता है।
होली पर गर्मियां शुरू हो जाती हैं तो कई घरों में ठंडाई भी बनती है। ठंडाई के लिए दूध में कई तरह ड्राईफ्रूट्स और चीनी मिलाई जाती है। खुशबू के लिए इसमें खसखस, केसर वगैरह डालते हैं। इसे बर्फ से ठंडा करते हैं।
मीठे के साथ कई तरह के नमकीन पकवान भी बनते हैं। इनमें बेसन की भुजिया काफी पसंद की जाती है। इसे कई लोग बेसन सेव भी बोलते हैं। बेसन में नमक, मिर्च, अजवाइन मिलाकर इसे गूंधा जाता है। फिर सेव वाली छन्नी या मशीन से बेसन के सेव बना लेते हैं।
होली के समय कई घरों में चिप्स पापड़ बनते हैं। आलू के लच्छे भी काफी आसानी से बन जाते हैं। इसे बनाने के लिए आलू उबालकर इन्हें कद्दूकस करके सुखा लें। सूखने पर इन्हें तलकर नमक, मिर्च और चाट मसाला डालकर सर्व करें काफी टेस्टी लगते हैं।