पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) ने मुल्लांपुर के मैदान पर 111 रनों को डिफेंड कर सभी को हैरत में डाल दिया है। पंजाब की जीत में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने बेहद अहम भूमिका निभाई। उनके 'चौके' ने केकेआर को खून के आंसू रुलाए। चहल ने चार ओवरों के स्पेल में महज 28 रन देकर चार विकेट चटकाए। उन्होंने कप्तान अजिंक्य रहाणे (17), अंगकृष रघुवंशी (37), रिंकू सिंह (2) और रमनदीप सिंह (0) का शिकार किया। उन्होंने रिंकू और रमनदीप को 12वें ओवर में पवेलियन भेजकर मैच में पंजाब की मजबूत वापसी कराई। पंजाब ने आखिरी सात विकेट सिर्फ 23 रन जोड़कर गंवाए। चहल को प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया।
तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर मार्को यान्सन ने केकेआर की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने 3.1 ओवर में 17 रन खर्च किए और तीन विकेट अपने नाम किए। यान्सन ने पारी के पहले ओवर में सुनील नरेन (5) को बोल्ड किया। उन्होंने सबसे बड़ी सफलता आंद्रे रसेल (11 गेंदों में 17) के रूप में हासिल की, जो खतरनाक मोड में नजर आ रहे थे। रसेल ने चहल द्वारा डाले गए 14वें ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाकर पंजाब खेमे की टेंशन बढ़ा दी थी। ऐसे में यान्सन ने 16वें ओवर की पहली गेंद पर रसेल को बोल्ड कर पंजाब को जीत दिलाई।
तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने किफायती गेंदबाजी से केकेआर पर प्रेशर पढ़ाया। उन्होंने तीन ओवरों के स्पेल में महज 11 रन दिए और एक शिकार किया। उन्होंने 15वां ओवर मेडन डाला और वैभव अरोड़ा (0) के तौर पर केकेआर को नौवां झटका दिया। इसके बाद, रसेल पर बड़े शॉट खेलने का दबाव बढ़ा और वह अपना विकेट गंवा बैठे।
सलामी बल्लेबाज प्रभसिमरन सिंह (12 गेंदों में 30) ने प्रियांश आर्य (12 गेंदों में 22) के साथ मिलकर पंजाब किंग्स को तेज शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 39 रनों की साझेदारी की। प्रियांश चौथे ओवर में जबकि प्रभसिमरन छठे ओवर में पवेलियन लौटे। प्रभसिमरन पीबीकेएस के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनके बल्ले से दो चौके और तीन छक्के निकले। पंजाब के सात प्लेयर 15 का आंकड़ा नहीं छू सके। कप्तान श्रेयस अय्यर का तो खाता ही नहीं खुला। पंजाब टीम टॉस जीतने के बाद 15.3 ओवर में ढेर हो गई थी।
श्रेयस अय्यर भले ही केकेआर के खिलाफ बल्ले से छाप छोड़ने में नाकाम रहे लेकिन उनकी कप्तानी लाजवाब रही। उन्होंने बहुत ही सूझबूझ के साथ स्पिनर और तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल किया। उन्होंने जेवियर बार्टलेट से दूसरा ओवर कराया, जिनके जाले में क्विंटन डिकॉक (2) जैसी बड़ी मछली फंसी। अय्यर ने पावरप्ले में अर्शदीप को गेंद नहीं थमाई, जो शुरुआत में उतने असरदार नहीं रहे हैं। केकेआर के पावरप्ले में 55/2 का स्कोर बनाने के बावजूद अय्यर ने खिलाड़ियों को हौसला टूटने नहीं दिया। उन्होंने 11वें ओवर में मैक्सवेल को गेंद थमाई, जिन्होंने वेंकटेश अय्यर (7) का शिकार किया। कप्तान ने शानदार फील्डिंग करते हुए एक अच्छा कैच भी लपका। बता दें कि पंजाब ने आईपीएल इतिहास के सबसे छोटे लक्ष्य को डिफेंड किया है। पंजाब ने मौजूदा सीजन में 6 मैचों से चार जीते हैं।