17 people withdraw thier name from pds in rajasthan due to one reason राजस्थान में 17 लाख से ज्यादा लोगों ने PDS से हटवाया अपना नाम, एक बड़ा डर, Rajasthan Hindi News - Hindustan
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राजस्थान में 17 लाख से ज्यादा लोगों ने PDS से हटवाया अपना नाम, एक बड़ा डर

  • राजस्थान में 17 लाख से ज्यादा लोगों ने पीडीएस राशन छोड़ने का फैसला किया है। अपात्र लोगों को अपना नाम वापस लेने के लिए 30 अप्रैल तक का समय दिया गया है।

Mohammad Azam लाइव हिन्दुस्तान, जयपुरWed, 23 April 2025 03:05 PM
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राजस्थान में 17 लाख से ज्यादा लोगों ने PDS से हटवाया अपना नाम, एक बड़ा डर

राजस्थान में 17 लाख से ज्यादा लोगों ने पीडीएस से अपना नाम हवटा लिया है। सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा सूची में पात्र लोगों को जोड़ने तथा अपात्रों को हटाने के लिए चलाये जा रहे गिवअप अभियान के तहत अब तक 17.63 लाख अपात्र लोग स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा सूची से नाम हटवा चुके हैं। जिला रसद अधिकारी मनीष भटनागर ने बताया कि गिवअप अभियान के तहत 20.80 लाख नए नाम जोड़े जा चुके हैं। इसके तहत उदयपुर जिले में 28 हजार लोग के नाम नाम हटाए गए हैं, जबकि 81 हजार से अधिक नए शामिल किए गए हैं। स्वेच्छा से नाम हटवाने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2024 निर्धारित है।

इस मामले की जानकारी देते हुए मनीष भटनागर ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत गिवअप अभियान में खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के संबंध में निर्धारित मापदंड अधिसूचना अन्तर्गत ऐसे परिवार जिसमें कोई आयकर दाता हो, परिवार का कोई सदस्य सरकारी या अर्द्व सरकारी या स्वायत्तशासी संस्थाओं में कर्मचारी हो या अधिकारी हो, एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारीक आय हो या परिवार में किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रेक्टर आदि जीविकोपार्जन में प्रयुक्त वाहन को छोड़कर) निष्कासन श्रेणी में शामिल हैं। ऐसे उपभोक्ता अपना नाम स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा सूची से हटवाने के लिए 30 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं। इस अवधि के बाद उक्त श्रेणियों के अपात्र परिवार के चिन्हीकरण के लिए सर्वे करवाया जाएगा।

सर्वे में अपात्र पाए जाने पर परिवारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से स्वयं के स्तर पर सर्वे कराई जा रही है। इसमें अब तक 200 अपात्र व्यक्तियों को चिन्हित कर नोटिस जारी किए जा चुके हैं। ऐसे में अगर 30 अप्रैल तक नाम वापस करने के लिए दिया गया है। इसके बाद सर्वे करवाया जाएगा और ऐसे अपात्र लोगों पर कार्रवाई की जाएगी जो राशन ले रहे हैं।