डॉ. भावना यादव मर्डर केस : लव ट्राएंगल, शक और आग में सुलगती एक अधूरी प्रेम कहानी
राजस्थान के कोटपुतली-बहरोड़ के अनंतपुरा गांव की रहने वाली 25 वर्षीय डॉ. भावना यादव हत्याकांड के मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। हरियाणा के हिसार में हुए इस रहस्यमयी हत्याकांड में अब तक की जांच प्रेम-प्रसंग, धोखा और अविश्वास की त्रिकोणीय गाथा की ओर इशारा कर रही है।

राजस्थान के कोटपुतली-बहरोड़ के अनंतपुरा गांव की रहने वाली 25 वर्षीय डॉ. भावना यादव हत्याकांड के मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। हरियाणा के हिसार में हुए इस रहस्यमयी हत्याकांड में अब तक की जांच प्रेम-प्रसंग, धोखा और अविश्वास की त्रिकोणीय गाथा की ओर इशारा कर रही है। एसआईटी की टीम ने मुख्य आरोपी उदेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। वह रेवाड़ी के लिलोध का रहने वाला है और एचएयू हिसार की पेंशन ब्रांच में क्लर्क के पद पर कार्यरत है।
डॉ. भावना 23 अप्रैल को दिल्ली टेस्ट देने गई थीं। उसी शाम उनकी मां गायत्री देवी से आखिरी बार बात हुई थी। 24 अप्रैल को भावना यादव हिसार स्थित उदेश यादव के क्वार्टर में जली हुई हालत में मिली थीं। पुलिस के अनुसार, भावना के शरीर पर चाकू के निशान भी पाए गए, जिससे मामला केवल आत्महत्या का नहीं, हत्या का लग रहा है। भावना को बर्न यूनिट में भर्ती कराने वाले शख्स का आधार कार्ड, मेडिकल रिपोर्ट और घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने जब्त कर लिया है।
क्या बोली आरोपी की पत्नी
आरोपी की पत्नी के बयान ने मामले को और रहस्यमय बना दिया है। उसने बताया कि भावना लगातार उसके पति पर नजर रख रही थी। वह वीडियो कॉल, ऑडियो रिकॉर्डिंग और लाइव लोकेशन की मांग करती थी। एक वायरल वीडियो और वॉट्सऐप चैट के आधार पर माना जा रहा है कि भावना और उदेश के बीच गहरा रिश्ता था, जो अब टूट चुका था। पत्नी के मुताबिक, घटना की रात उदेश क्वार्टर के बाहर था, तभी भावना दीवार कूदकर अंदर घुसी और कुछ ही देर में आग की लपटों में घिर गई। उदेश ने आग बुझाने की कोशिश की और उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन बाद में वह खुद गायब हो गया।
भावना की मां गायत्री देवी ने चेतावनी दी थी कि यदि 48 घंटे में आरोपी गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे भूख हड़ताल पर बैठेंगी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को धर दबोचा और अब रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी है।
इस मामले को लेकर डीसीपी तनुज शर्मा ने बताया कि हमारे पास सूचना आई थी कि डॉक्टर भावना शर्मा को जली हुई हालत में सोनी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके बाद उनके परिजन हमें बिना बताए उन्हें जयपुर के अस्पताल में ले गए थे। इस संंबंध में जयपुर के थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी, घटनास्थल हिसार था इसलिए पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का जायजा भी लिया था। भावना की मां ने उदेश पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। हम इस मामले की अलग-अलग एंगल से जांच कर रहे हैं।
ये सवाल बने पहेली
क्या यह जुनूनी प्रेम में की गई आत्मदाह की कोशिश थी या सुनियोजित हत्या? क्या इस कांड के पीछे उदेश अकेला था या किसी और की भी इसमें भूमिका है? क्या डॉ. भावना के पास लौटने की उम्मीद ने ही उसकी जान ले ली? सच क्या है, यह तो पुलिस जांच और फॉरेंसिक रिपोर्ट ही बताएगी, लेकिन फिलहाल बहरोड़ और हिसार के बीच एक मोहब्बत, एक जले बदन और कई सवालों की आग धधक रही है।
रिपोर्ट : सचिन शर्मा