जहर उगल रहे थे बिलावल भुट्टो, भारत ने कर दिया डिजिटल स्ट्राइक; इमरान खान पर भी ऐक्शन
पाकिस्तान का कहना है कि भारत से हमले की आशंका है और उसने स्वतंत्र जांच की मांग की है। पाकिस्तानी नेताओं ने बार-बार परमाणु हमले तक की धमकी दी है, जबकि भारत ने अब तक कोई सीधी सैन्य कार्रवाई नहीं की है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के विदेश मंत्री लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रहे थे। अब भारत सरकार ने कार्रवाई करते हुए उनके एक्स हैंडल को भारत में बैन कर दिया है। उनके अलावा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के हैंडल पर भी स्ट्राइक किया है। इससे पहले भी कई पाकिस्तानी इंस्टाग्राम अकाउंट्स जैसे कि हानिया आमिर, माहिरा खान, अली ज़फर आदि को भी भारत में बैन किया था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ का यूट्यूब चैनल भी भारत में अवरुद्ध कर दिया गया है।
भारत ने सरकार ने कार्रवाई करते हुए 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी रोक लगा दी है, जिन पर भारत-विरोधी और भड़काऊ कंटेंट फैलाने का आरोप है।
बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने भारत को चेतावनी दी थी कि अगर सिंधु नदी का पानी रोका गया तो इंसानों का खून बहने लगेगा। उन्होंने कहा था, “चाहे सिंधु में पानी बहे या तुम्हारा खून, यह नदी हमारी है और हमारी ही रहेगी।”
अगस्त 2023 से पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने हमले को दुखद बताया था लेकिन साथ ही भारत को चेतावनी भी दी थी। उन्होंने कहा था, “शांति हमारी प्राथमिकता है, लेकिन इसे हमारी कमजोरी न समझा जाए। पाकिस्तान किसी भी भारतीय गलती का जवाब देने में सक्षम है। 2019 में मेरी सरकार ने यह साबित किया था।”
इस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंध घटाए, इंडस वॉटर ट्रीटी निलंबित की, पाकिस्तानी जहाजों के भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश पर रोक लगाई और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द कर दिए। इनके अतिरिक्त और भी कई कठोर कदम उठाए गए हैं।
पाकिस्तान का रुख
पाकिस्तान का कहना है कि भारत से हमले की आशंका है और उसने स्वतंत्र जांच की मांग की है। पाकिस्तानी नेताओं ने बार-बार परमाणु हमले तक की धमकी दी है, जबकि भारत ने अब तक कोई सीधी सैन्य कार्रवाई नहीं की है।
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। हमलावरों ने हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाकर उन्हें कलमा सुनाने के लिए कहा और फिर गोलियों से भून दिया।