पैसे नहीं थे, फिर भी बनना था दूल्हा! दोस्ती के नाम पर किया बड़ा खेल, जानें पूरा मामला
राजस्थान के सीकर से एक चौंका देने वाली कहानी सामने आई है, जिसमें एक युवक ने शादी करने के जुनून में ऐसा खतरनाक खेल खेला कि खुद ही सलाखों के पीछे पहुंच गया। मामला फिल्मी है, लेकिन सौ फीसदी हकीकत पर आधारित।

राजस्थान के सीकर से एक चौंका देने वाली कहानी सामने आई है, जिसमें एक युवक ने शादी करने के जुनून में ऐसा खतरनाक खेल खेला कि खुद ही सलाखों के पीछे पहुंच गया। मामला फिल्मी है, लेकिन सौ फीसदी हकीकत पर आधारित। यहां एक दूल्हा बनने की तैयारी कर रहा युवक इतना ज्यादा पैसों की तंगी से परेशान था कि उसने अपने ही जिगरी दोस्त को शिकार बना डाला।
दरअसल, सीकर जिले के दादिया थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक रोशन को जल्द ही शादी के बंधन में बंधना था। मगर, जेब में पैसा नहीं था और शेरवानी पहनने का सपना अधूरा लगता दिख रहा था। तभी उसके दिमाग में एक ऐसा खतरनाक प्लान आया, जिससे उसने न सिर्फ दोस्ती की मर्यादा तोड़ी, बल्कि खुद को अपराध की दुनिया में भी धकेल दिया।
शादी के लिए चाहिए थे पैसे... प्लान बना डाला लूट का
10 जून को रोशन अपने करीबी दोस्त जितेंद्र कुमार के साथ खिरोड़ स्थित पंजाब नेशनल बैंक गया। वहां से जितेंद्र ने 6 लाख रुपये निकाले, जो कि वह किसी निजी काम के लिए लाया था। दोनों कार में सवार होकर सीकर लौट रहे थे। लेकिन जितेंद्र को क्या पता था कि उसकी बगल में बैठा दोस्त ही उसकी बरबादी का रास्ता तय कर चुका है।
कार में बैठते ही रोशन ने अपने गिरोह के सदस्य जयराम को व्हाट्सएप पर लाइव लोकेशन भेजनी शुरू कर दी। गाड़ी जैसे-जैसे आगे बढ़ी, वैसे-वैसे लूट की पटकथा परत-दर-परत तैयार होती गई। और फिर, जैसे ही वे गुमाना बस स्टैंड के पास पहुंचे, एक बिना नंबर प्लेट की सफेद स्विफ्ट कार उनकी कार के सामने आकर रुकी। उसमें से चार युवक उतरे और बिना कुछ कहे जितेंद्र को घेर लिया।
लाइव लोकेशन से ट्रैप, फिर लूट और मारपीट
चारों बदमाशों ने जितेंद्र के साथ जमकर मारपीट की और 6 लाख रुपये लूट लिए। हमले से हतप्रभ जितेंद्र कुछ समझ पाता, इससे पहले ही आरोपी फरार हो चुके थे। लेकिन यहां सस्पेंस खत्म नहीं होता... अगले दिन 11 जून को जितेंद्र ने पुलिस में शिकायत दी, जिसमें उसने साफ बताया कि उसके साथ उसका करीबी दोस्त रोशन भी था, जिसने रास्ते भर किसी को लोकेशन भेजी थी।
पुलिस जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच
दादिया पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत जांच शुरू की। बैंक से निकलने से लेकर लूट तक की पूरी टाइमलाइन खंगाली गई। मोबाइल लोकेशन और चैट रिकॉर्ड्स जब खंगाले गए, तो जो खुलासा हुआ उसने पुलिस को भी चौंका दिया। रोशन ही इस लूटकांड का मास्टरमाइंड था।
पूछताछ में रोशन ने कबूल किया कि उसने अपने दोस्त के पैसों पर नजरें गड़ा ली थीं। शादी करनी थी, लेकिन पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने अपने साथियों जयराम, अक्षत भास्कर, सत्येंद्रपाल और दो अन्य के साथ मिलकर दोस्त को ही लूटने की साजिश रच दी। फिलहाल रोशन और जयराम पुलिस की गिरफ्त में हैं, जबकि बाकी आरोपी फरार हैं।
पुलिस का दावा- जल्द पकड़ेंगे सभी आरोपी
पुलिस की टीमें लगातार फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस केस ने रिश्तों की परिभाषा को झकझोर दिया है। एक दोस्त, जो दूल्हा बनने वाला था, वो ही लुटेरा बन गया। पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
अब सवाल ये है कि क्या एक शादी इतनी जरूरी हो सकती है कि इंसान अपने सबसे करीबी रिश्ते को ही धोखा दे दे? ये मामला न सिर्फ चौंकाता है, बल्कि सोचने पर मजबूर करता है कि जब ज़रूरतें हद पार करती हैं, तो इंसान कहां तक गिर सकता है।
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