कानून केवल तलाक-ए-बिद्दत पर लागू होता है, न कि तलाक-ए-अहसन पर। तलाक-ए-अहसन मुस्लिम पर्सनल लॉ में एक मान्य प्रक्रिया है, जिसमें सुलह की संभावना बनी रहती है।
देश में तीन तलाक का कानून बन गया है, लेकिन इसके बाद भी शौहर द्वारा बीवी को तीन तलाक देने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मुस्लिम व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर ही अपनी बीवी को तीन तलाक बोल दे रहे हैं।
बीएसएफ गुवाहाटी फ्रंटियर के जन संपर्क अधिकारी ने कहा कि सतर्कता और अत्यंत संयम बनाए रखते हुए ऐक्शन लिया गया। सुरक्षा कर्मियों ने न्यूनतम क्षति सुनिश्चित करते हुए आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की।