माणिक साहा ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में लुप्त हो चुकी परंपराओं, संस्कृति और त्योहारों को फिर से जीवित करने का प्रयास कर रही है। स्वदेशी गरिया पूजा और बरसा बरन उत्सव 2025 को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बयान दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से उन्होंने एक ड्रोन को सीमा क्षेत्र में उड़ते हुए देखा था, जो संभवतः बांग्लादेश की ओर से आ रहा था और हवाई सर्वे करता मालूम पड़ रहा था। उनका मानना है कि यह वही ड्रोन हो सकता है जो अब बरामद हुआ है।
देसप्रिय भट्टाचार्य की हत्या करने के बाद देबनाथ शव को पास के तालाब में ले गया और लोहे की छड़ के साथ वहीं रहा। ग्रामीणों की ओर से सूचना दिए जाने के बाद पुलिस की एक टीम कलचेर्रा गांव पहुंची।