एक साथ निकली 101 बारात, राजा भैया ने किया दूल्हों का स्वागत, 73 उपहार भी दिए गए
- यूपी के कुंडा में सामूहिक विवाह के लिए 101 बारात एक साथ निकली। कुंडा विधायक राजा भैया, एमएलसी, विधायक ने सभी दूल्हों कास्वागत किया। सात फेरे लेने वाले सभी जोड़ों को दैनिक उपयोग के 73 वस्तुएं उपहार में दी गई।

यूपी के कुंडा में सोमवार शाम ढलते ही सामूहिक विवाह के लिए 101 बारात एक साथ निकली तो देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। कुंडा विधायक राजा भैया, एमएलसी, विधायक ने सभी दूल्हों का माला पहनाकर स्वागत किया। द्वारचार की रस्म पूरी होने पर दूल्हों को मंडप भेजा गया। सामूहिक शादी के दौरान सभी नवदंपत्तियों को जीवन में दैनिक उपयोग के 73 वस्तुएं उपहार में दी गई। राजा भैया की ओर से सोने के टाप्स, पायल, अंगूठी, लॉकेट, एलईडी टीवी, बेड आदि 73 उपहार दिए ग
जनसत्तादल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया, योगीराज देवरहा बाबा चैरिटेबल एंड वेलफेयर ट्रस्ट, राजा भैया यूथ ब्रिगेड के संयोजन में सोमवार को 31वां सामूहिक शादी समारोह बजरंग महाविद्यालय में हुआ। सुबह से ही दूल्हा-दुल्हन अपने कक्ष में पहुंचने लगे। शादी को लेकर वर कन्या दोनों परिवारों में खुशी का माहौल रहा। शाम ढलते ही टीपी इंटर कॉलेज से 101 दूल्हों की बारात एक साथ निकली तो बारात की शोभा देखने को छतों पर महिलाएं बच्चों की भीड़ जमा हो गई। ए।
कुछ स्थानों पर महिलाओं ने बरातियों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। डीजे, बैंड बाजे के साथ नाचते गाते, पटाखे फोड़ते युवा की टोली बारात लेकर टीपी कालेज से अस्पताल तिराहा, ब्लाक, बस स्टेशन, पोस्ट आफिस तिराहा, भगवन तिराहा, सरयू नगर, मेन चौराहा, रानी गिरिजा इंटर कॉलेज होते हुए विवाह स्थल बजरंग कालेज पहुंचे। प्रवेश द्वार पर कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया, एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह गोपाल, विधायक विनोद सरोज, डॉ.केएन ओझा, पूर्व सांसद शैलेन्द्र कुमार आदि ने दूल्हों को माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद राजा भैया प्रतिनिधि हरीओम शंकर श्रीवास्तव, यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष इन्द्र देव पटेल और 101 दूल्हों के घरातियों ने द्वारचार की रस्म पूरी की। शादी के मंडप में ब्राम्हणों की टीम ने वैदिक मंत्रोचार के बीच शादी की रस्में पूरी की। महिलाओं की टोली ने विवाह गीत गाया।
16 जातियों की कन्याओं के हुए हाथ पीले
सोमवार को आयोजित सामूहिक विवाह में 16 जातियों की गरीब कन्याओं के हाथ पीले कराए गए। जिसमें सरोज के 41, पटेल के 24, गौतम 10, प्रजापति 5, पाल, नाई, सोनकर के 3-3, धुरिया, यादव, मौर्या के 2-2, निर्मल, विश्वकर्मा,दर्जी, गुप्ता, निषाद, पथरकट के 1-1 के कन्याओं की शादियां रचाई गई।