बोले आगरा: वर्षों से दर्द दे रहे हैं सकतपुर के मुख्य मार्ग पर गहरे गड्ढे
Agra News - सकतपुर गांव, आगरा-जयपुर हाइवे के पास है, लेकिन यहां का मुख्य मार्ग वर्षों से क्षतिग्रस्त है। गड्ढों की भरमार और प्रकाश व्यवस्था की कमी के कारण ग्रामीणों को मुश्किलें हो रही हैं। बच्चे स्कूल जाते समय...

सकतपुर गांव आगरा-जयपुर हाइवे के नजदीक है। इसके बावजूद यहां का सर्वांगीण विकास नहीं हुआ है। यहां जाने वाला मुख्य मार्ग ही सालों से क्षतिग्रस्त है। बड़े-बड़े गड्ढे इस मार्ग पर हो गए हैं। वाहन चालक हादसों का शिकार होते हैं तो पैदल राहगीर भी गड्ढों में गिरकर चोटिल होते हैं। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चे काफी परेशान हैं। सिर्फ गड्ढे ही नहीं बल्कि इस मार्ग पर प्रकाश व्यवस्था भी नहीं है। रात के अंधेरे में यहां से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। यहां के ग्रामीणों ने संबंधित विभागों से जर्जर सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द कराने की आवाज उठाई है।
विकास खंड अछनेरा के गांव सकतपुर का मुख्य मार्ग कई वर्षों से क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि सकतपुर महत्वपूर्ण गांव है। इस मार्ग से प्रतिदिन बड़ी संख्या में वाहन निकलते हैं। करीब पांच हजार की आबादी वाले गांव के लोग मुख्य मार्ग के जीर्ण-शीर्ण होने से परेशान हैं। कई बार ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों तथा तहसील प्रशासन से की है लेकिन अभी तक इस समस्या का कोई हल नहीं हुआ है। आपके अखबार हिन्दुस्तान के बोले आगरा संवाद के दौरान ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग की मरम्मत की मांग जोर-शोर से उठाई। बताया कि स्कूल जाते समय विद्यार्थी इस मार्ग पर हो रहे गड्ढों में फंसकर चोटिल हो जाते हैं। सकतपुर के रहने वाले वनय सिंह पहलवान ने बताया कि आगरा-जयपुर हाईवे से सकतपुर गांव के लिए लिंक मार्ग है। यह सड़क लोकनिर्माण विभाग द्वारा करीब दस साल पूर्व बनाई गई है। सड़क में जगह-जगह दो-दो फुट गहरे गड्ढे हो गए हैं। आए-दिन ग्रामीण गड्ढों में गिरकर चौटिल हो रहे हैं। फिर भी समस्या का हल नहीं किया जा रहा है। वनय सिंह ने कहा कि ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के लिए कई बार शिकायत की है। लेकिन किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। संवाद के दौरान ग्रामीण काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि इस सड़क पर पैदल गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। वाहन चलाना तो दूर की बात है। ई रिक्शा अक्सर पलट जाते हैं। समस्या बारिश के दिनों में और गंभीर हो जाती है। गड्ढों में पानी भर जाता है। तब मालूम नहीं पड़ता है कि कहां गड्ढा है और कहां सड़क है। इस मार्ग पर सिर्फ गड्ढे ही समस्या नहीं है बल्कि प्रकाश व्यवस्था को लेकर भी ग्रामीण आक्रोश व्यक्त करते हैं। यहां स्ट्रीट लाइट नहीं जलती हैं। रात में सड़क पर अंधेरा भी छाया रहता है। हादसे का डर रहता है। यह मांग जोरदारी से उठी कि सड़क बनवाने के साथ नए पोल लगाकर मार्ग पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जाए। ताकि रात को भी ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी न हो। इधर सड़क से उठती धूल को लेकर भी लोग परेशान दिखे। बताया कि धूल उड़ने के कारण यहां दुकानों का सामान खराब होता है। दुकानदारी भी प्रभावित होती है। यह भी बताया गया कि गड्ढों के चलते इस सड़क से गुजरने वाले वाहन अक्सर यहां पर फंस जाते हैं। जाम की स्थिति बन जाती है। ग्रामीणों ने सड़क के क्षतिग्रस्त होने से वाहनों के खराब होने की भी शिकायत की।
सुझाव... 1. लोक निर्माण विभाग जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कराए ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके। 2. सड़क निर्माण के दौरान इसके दोनों ओर विद्युत पोल पर स्ट्रीट लाइट लगवाई जाएं। रात में आसानी होगी। 3. सड़क पर सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यहां एक टीम तैनात की जाए। 4. सड़क के दोनों और नाले की व्यवस्था कराई जाए। इससे जलभराव नहीं होगा।
शिकायतें 1. लिंक मार्ग पर गड्ढों के कारण वाहन चालक व राहगीर गिर कर चोटिल हो रहे हैं। 2. सड़क पर रात में अंधेरा रहता है। हादसों व वारदातों का डर लगा रहता है। 3. सड़क पर गंदगी पसरी रहती है। धूल व बजरी उड़ती है। इससे ग्रामीण परेशान होते हैं। 4. सड़क के दोनों ओर नाले की व्यवस्था नहीं है। इसके कारण बारिश में सड़क पर पानी भर जाता है।
ग्रामीणों की पीड़ा
1. इस सड़क पर पैदल गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। अक्सर इन गड्ढों के कारण ई रिक्शा भी पलट जाते हैं। सड़क की समस्या को क्षेत्र के लोग कई बार उठा चुके हैं, लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है। बरसात में परेशानी का सामना करना पड़ता है। वनय सिंह
2. इस सड़क पर सालों से निर्माण कार्य नहीं हुआ है। स्ट्रीट लाइट न होने से रात में सड़क पर अंधेरा भी छाया रहता है। इससे रात में हादसे का डर रहता है। सड़क बनवाने के साथ नए पोल लगाकर विद्युत लाइट की व्यवस्था करें। करन
3. सालों से सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। गड्ढों में सड़क की गिट्टी बिखरी पड़ी हुई है। इससे यहां पर सफाई भी नहीं हो पाती है। दिन भर सड़क पर धूल रहती है। अगर सड़क बन जाए तो कम से कम इसकी समय-समय सफाई भी हो सकती है। श्याम
4. सालों से इस सड़क को इसी हाल में देख रहे हैं। सड़क पर गड्ढों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे पैदल राहगीरों का भी गुजरना मुश्किल हो रहा है। पैदल चलते हुए महिलाएं एवं छात्राएं भी इस सड़क पर ठोकरें खाती हैं। कई बार तो बच्चों के पैर मुड़ने से उनके चोट भी लग जाती है। कोई भी जनप्रतिनिधि इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। राजवीर सिंह
5. सड़क पर काफी गड्ढे हैं। कुछ दूर चलना भी मुश्किल हो जाता है। इन गड्ढों के चलते इस सड़क से गुजरने वाले वाहन भी अक्सर यहां पर फंस जाते हैं। इस स्थिति में यहां पर जाम की स्थिति बन जाती है। ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राजन सिंह
6. 15 से 16 साल हो गए इस सड़क को इसी हाल में देखते-देखते। सड़क का निर्माण आज तक नहीं हो सका है। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी इससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। बुजुर्ग भी इस सड़क पर हादसों का शिकार हो जाते हैं। किसी के पास इस तरफ देखने के लिए फुर्सत नहीं है। अपल सिंह
7. बरसात के दिनों में तो इस सड़क का और भी बुरा हाल हो जाता है। सड़क पर गड्ढों में जगह-जगह पानी भर जाता है। कई बार तो गड्ढों के कारण चलते हुए वाहनों के भी एक्सल टूट जाते हैं। ग्राम पंचायत के स्वच्छता अभियान को भी इससे नुकसान पहुंच रहा है। सड़क के गड्ढों की वजह से यहां पर हर वक्त गंदगी दिखाई देती है। ऊदल सिंह
8. सड़क टूटी होने से आसपास की गलियों में रहने वाले परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन परिवारों के बच्चे स्कूल जाते हैं तो कई बार हादसों का शिकार हो जाते हैं। कई बार महिलाएं भी इन गड्ढों की वजह से गिर कर चोटिल हुई हैं। अधिकारियों से मांग है कि इस सड़क को बनवाएं। समस्याओं से निजात दिलाना चाहिए। शिवा सोलंकी
9. तहसील प्रशासन का इस क्षेत्र की तरफ ध्यान नहीं है। एक बड़ी आबादी यहां पर निवास करती है। इस सड़क पर इन गड्ढों के कारण बुजुर्गों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। दुकानदारी भी सड़क इन गड्ढों के कारण प्रभावित हो रही है। राम प्रकाश सोलंकी
10. इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा दिक्कत सड़क की है। दिन के उजाले में दो पहिया वाहन चलाने में दिक्कत आती है। सड़क पर किसी भी जगह पर बिजली का पोल नहीं है। कोई स्ट्रीट लाइट नहीं लगी है। रात में हादसों की आशंका रहती है। गोविंद सिंह
11. सड़क में गड्ढों की समस्या के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ई रिक्शा भी इस मार्ग से गुजरते वक्त कई बार पलटने से बचे हैं। कई लोग चुटैल हो चुके हैं। अगर सड़क को जल्द ही नहीं बनवाया गया तो बरसात में फिर मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। किरोरीलाल
12. इस सड़क को लंबे वक्त से हम ऐसे ही देख रहे हैं। गड्ढों का हाल यह है कि वाहन चालक एक तरफ से गड्ढे को बचाता है तो दूसरी तरफ के गड्ढे में फंस जाता है। इस स्थिति में कई बार गाड़ियां भी पलट जाती हैं। सामान रास्ते में ही खराब हो जाता है। भगवान सिंह
13. इन गड्ढों के चलते दो पहिया वाहन चलाना भी मुश्किल हो जाता है। हमारी बाइक का भी एक्सल एक बार टूट चुका है। घर आने-जाने के लिए इस सड़क पर ही चलना मजबूरी है। लेकिन बड़ी परेशानी होती है। सरकार को जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कराना चाहिए।
14. सड़क पर चलते ही अंधा व्यक्ति भी बता देता है कि यह सड़क नहीं है, बल्कि गड्डे ही गड्ढे हैं। लेकिन इसके बाद भी जनप्रतिनिधियों का ध्यान न जाने क्यों इस सड़क पर नहीं है। इस सड़क से हर रोज सैकड़ों लोगों का आवागमन होता है। लोकपाल सिंह
15. इस सड़क से हर वक्त धूल उड़ती रहती है। इससे दुकानदारी भी प्रभावित होती है। खाने-पीने के सामान को ढंक कर धूल से बचा कर रखना पड़ता है। कई बार लोगों के पैर मुड़ जाने से वह चुटैल हो जाते हैं। विभाग की अनदेखी से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मनोज कुमार
16. जबसे हमने इस सड़क को देखा है, तब से इसी हाल में है। सड़कों में गड्ढों के चलते चलना मुश्किल हो रहा है। सुबह से शाम तक सड़क से धूल उड़ती रहती है। सड़क में गड्ढे एवं गिट्टी पड़ी होने से सफाई भी नहीं हो पाती है। हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ता है। करतार सिंह
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