जाके पांव ना फटे बिवाई...लालू की बेटी मीसा को जन्मदिन पर अंजुम आरा ने दी टेंशन वाली बधाई
अंजुम आरा ने बयान जारी कर कहा कि संसद के पटल पर उनकी उपस्थिति और सक्रियता ने मीसा भारती को चर्चा का विषय बनाया है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों को मिलाकर उनकी आवाज सिर्फ चार बार ही सुनी गई।

राष्ट्रीय जनता दल(राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी और पाटलिपुत्र की सांसद मीसा भारती को आज जन्मदिन पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ देश भर से लोगों ने बधाई दी। जदयू की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने भी उन्हें अलग अंदाज में शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मीसा भारती सदन में मौन की प्रतिमूर्ति हैं और अपने क्षेत्र की जनता के मसलों को उठाने में फिसड्डी हैं। उन्हें पाटलिपुत्र की जनता के विश्वास और उम्मीदों पर खड़े उतरें।
अंजुम आरा ने बयान जारी कर कहा कि संसद के पटल पर उनकी उपस्थिति और सक्रियता ने मीसा भारती को चर्चा का विषय बनाया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों को मिलाकर उनकी आवाज सिर्फ चार बार ही सुनी गई। लोगों ने तीन बार उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में सुना और चौथी बार तब सुना जब बीके हरिप्रसाद उपसभापति चुनाव हार गए। जिन्हें हरिवंश जी ने हराया।
अंजुम आरा ने कहा कि मीसा भारती की संसदीय उपस्थिति मात्र 50 फिसदी है। जबकि राष्ट्रीय औसत 80 और बिहार का 82 प्रतिशत। ऐसा करके उन्होंने बिहार की खासकर पाटलिपुत्र की जनता के विश्वास को सम्मान नहीं दिया है। बहस की बात करें तो उन्होंने मात्र 7 बहस में भाग लिया। जबकि इसका राष्ट्रीय औसत 140 है और बिहार के सांसदों का औसत 127 है। इससे लगता है कि जनता के सवाल पर सदन में बहस में उनकी रूचि नहीं है।
सदन में सवाल पूछने के मामले में भी वे फिसड्डी हैं। इन्होंने अबतक मात्र 54 सवाल पूछे हैं। इसका राष्ट्रीय औसत 368 से ज्यादा है तो बिहार का औसत भी 202 से अधिक है। सवाल पूछने को लेकर उनकी सक्रियता नगन्य है। उन्होंने एक भी निजी विधेयक लाने का काम नहीं किया।
अंजुम आरा ने कहा कि मीसा भारती की विधाई रूचि लगभग शून्य है। इसका कारण यह है कि उन्होंने संघर्ष की राजनीति नहीं की। वे लालू प्रसाद की बेटी होने के कारण वंशवाद और परिवारवाद के आधार पर सांसद बन गईं। इस वजह से आम आवाम के दर्द को नहीं समझ पाती हैं और ना उनसे कनेक्ट कर पाती हैं। कहावत कहते हुए अंजुम आरा ने कहा कि जाके पांव ना फटे बिवाई, वो क्या जाने पीड़ पराई। जन्मदिन पर शुभकामना है कि वे एक संवेदनशील सांसद बन पाएं।