यह गलत परंपरा, ममता बनर्जी का भाषण रोकने की कोशिश पर बरसे अखिलेश यादव, यह चेतावनी दी
लंदन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण के दौरान हंगामे की घटना को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गलत परंपरा की शुरुआत करार देते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। इसे लेकर चेतावनी भी दी है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लंदन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण के दौरान हंगामा और वापस जाओ के नारे लगाने की घटना को गलत परंपरा की शुरुआत बताते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने यह भी चेतवनी दी कि इस तरह की घटनाओं से भविष्य में उन्हीं के लिए घातक साबित होगी। पूरी घटना को संकुचित सोच का प्रदर्शन भी करार दिया है। अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ममता बनर्जी का वीडियो भी पोस्ट किया है। इसमें ममता के भाषण के दौरान ही हंगामा हो रहा है।
अखिलेश ने ममता बनर्जी के वीडियो के साथ लिखा कि भाजपाई विदेश नीति में ही नाकाम नहीं हैं बल्कि विदेश में की जानेवाली अपनी नकारात्मक राजनीति में भी असफल हैं। विदेश की धरती पर आज देश की एक लोकप्रिय मुख्यमंत्री का विरोध करनेवाले असामाजिक तत्व, जिस संकुचित सोच का प्रदर्शन कर रहे हैं, उनसे उनकी अपनी, उनकी अपनी पार्टी और विचारधारा की संकीर्णता का दुनिया के सामने भंडाफोड़ हो गया है। ये एक गलत परंपरा की शुरुआत है। इसकी विषबेल कल को उन्हीं के लिए घातक साबित होगी, जो इसको रोप रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को गहरा धक्का लगा है। अखिलेश ने इसे निंदनीय और दंडनीय भी कहा।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी को गुरुवार को लंदन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में अपने भाषण के दौरान छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस विरोध के जवाब में ममता ने 1990 के दशक की शुरुआत की अपनी एक पुरानी तस्वीर दिखाई, जिसमें उनके सिर पर पट्टी बंधी हुई थी। ममता ने कहा कि आप बंगाल जाएं और अपनी राजनीतिक पार्टी को और मजबूत बनने के लिए कहें। मैं आपको जवाब दूंगी। पहले मेरी तस्वीर देखिए कि कैसे मुझे मारने की कोशिश की गई।
पूरे घटनाक्रम की शुरुआत तब हुई जब एक दर्शक ने उनसे निवेश प्रस्तावों के बारे में पूछा। जैसे ही ममता ने जवाब देने की कोशिश की दर्शकों में से एक अन्य सदस्य ने हस्तक्षेप किया। इस दौरान पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सौरव गांगुली भी दर्शकों में मौजूद थे।
इसके बाद कुछ सदस्यों ने उनसे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए बलात्कार और हत्या मामले के बारे में सवाल पूछे। उन्होंने सवाल पूछने वालों पर राजनीतिक एजेंडा रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है, यह मामला केंद्र सरकार के पास है। यहां राजनीति न करें। यह मंच राजनीति के लिए नहीं है। आप झूठ बोल रहे हैं। इसे राजनीतिक मंच न बनाएं।