If bombs are dropped on the border again, Parshuram's axe will take care of it फिर सीमा पर हुई बम बरसा तो खबर लेगा परशुराम का फरसा, Aligarh Hindi News - Hindustan
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फिर सीमा पर हुई बम बरसा तो खबर लेगा परशुराम का फरसा

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए तनाव के बाद दोनों तरफ से बमबारी हुई। सीज फायर के बाद अघोषित युद्ध पर विराम लगा। मगर, पहलगाम की घटना के बाद से लोगों के मन में आतंकियों के विरुद्ध जो गुस्सा है, वह अभी भी बना हुआ है।

Sunil Kumar हिन्दुस्तानThu, 15 May 2025 06:35 PM
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फिर सीमा पर हुई बम बरसा तो खबर लेगा परशुराम का फरसा

हर व्यक्ति आतंक के खिलाफ खड़ा है। ऐसे में ब्राह्मण समाज भी इस लड़ाई में आगे आ गया है। समाज के लोगों ने आतंकियों के विरुद्ध हुंकार भरी है। उनका कहना है कि सीज फायर भले ही हो गया हो। यदि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो वह भी सेना के जवानों के साथ मैदान में मोर्चा संभालेंगे। समाज का युवा वर्ग, महिलाएं सभी इस जंग में अपनी साझेदारी करने को तैयार हैं। जिस तरह भगवान परशुराम ने पृथ्वी पर अपने फरसे से दुष्टों का वध किया था, उसी तरह ब्राह्मण समाज अपनी पूरी ताकत से उनका सामना कर सफाया करेगा।

समाज का मानना है कि किसी भी लड़ाई को लड़ने के लिए एकजुट होना जरूरी है। भारत में रहने वाले लोग पहले भारतीय हैं। सभी को अपने मन से जात पात की भावना को खत्म कर देश के लिए खड़ा होना होगा। ब्राह्मण समाज इस लाइन में खुद को सबसे आगे रखना चाहता है। मथुरा रोड स्थित आसना पर निर्माणाधीन भगवान परशुराम में जमा हुए ब्राह्मण समाज के लोगों ने खुले स्वर से आतंकवाद का विरोध किया है। लोगों का मानना है कि बार-बार की लड़ाई से एक बार जंग हो और बॉर्डर पर कमी हो तो देश का प्रत्येक नागरिक वहां जाने को तैयार है। पहलगाम की घटना के बाद से लोगों में जोश भरा हुआ है। किसी भी तरह वह आतंक को जड़ से खत्म करना चाहते हैं।

अलीगढ़ में बनने वाला भागवान परशुराम मंदिर अपने आप में अनोखा मंदिर होगा। ट्रस्ट के लोगों का कहना है पूरे प्रदेश में भगवान परशुराम का मंदिर कहीं नहीं है। बहुत पहले से ब्राह्मण समाज के बुजर्गों के मन में भगवान परशुराम का मंदिर बनाने का विचार आया था। ट्रस्ट के अध्यक्ष पीसी शर्मा ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व 31 जुलाई 2020 ट्रस्ट का गठन किया गया। 13 अक्टूबर 2020 को आसना में सभी के सहयोग से पांच बीघा जमीन खरीदी गई। इसके बाद मंदिर में काम शुरु कराया गया। शुरु में ट्रस्ट में महज 8 लोग थे, अब 103 हैं। मंदिर परिसर के चारों तरफ 24 फुट ऊंची बाउंड्री वॉल व 7 भव्य गेटों का (फिनिशिंग सहित) निर्माण पूर्ण हो चुका है। 200 गज में प्रशासनिक ब्लॉक (एक बरामदा, एक कार्यालय, दो कमरे, एक स्टोर, एक किचिन, बाथरूम, शौचालय का निर्माण हो चुका है। 400 गज में सप्तऋषि मंदिर का निर्माण किया गया है। 400 गज में यज्ञशाला का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है। 400 गज में गौशाला का निर्माण कराया गया है। विधायक निधि से मंदिर परिसर के बाहर 200 मीटर सीसी रोड, विद्युत संबंधी कार्य, सोलर लाइट आदि कार्य कराए गए हैं। जिला पंचायत अलीगढ़ से 700 मीटर तारकोल रोड का आसना से मंदिर परिसर के आगे तक बनाया गया है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर व भगवान परशुराम सेवा ट्रस्ट के प्रयासों से सिंचाई विभाग द्वारा लगभग 10 किलोमीटर मुकुटगढ़ी माइनर का काम भी शुरु किया गया है।

इन्होने कराए मंदिर में काम

बीएल शर्मा संरक्षक, ट्रस्टी ने 20 लाख रुपये की लागत से एक भव्य गेट का काम पूरा कराया।इंजीनियर केसी शर्मा मुख्य संरक्षक, ट्रस्टी ने 200 ट्री गार्ड मंदिर परिसर को प्रतिस्थापित कराकर वातावरण को हरा भरा किया।चौधरी ऋषिपाल सिंह सदस्य विधान परिषद ने अपनी निधि से भगवान् परशुराम मंदिर का भगवान परशुराम मंदिर द्वार का निर्माण करा रहे हैं।

मंदिर में होगा बड़ा हवन

पहलगाम में आतंकी घटना के बाद भारतीय सेना में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें नेस्तनाबूत कर दिया। ये तनाव कई दिनों तक चला। पहलगाम में 27 लोगों की हत्या की गई थी। ब्राह्मण समाज के लोग उनकी आत्मा की शांति और देश में खुशहाली के लिए हवन का बड़ा आयोजन करेंगे। ट्रस्ट ने इसकी तैयारियां शुरु कर दी हैं। यज्ञ वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कराया जाएगा। उन सभी मृतकों की आत्मा की मुक्ति के लिए भगवान परशुराम के भक्त हवन में आहुति देंगे।

बोले समाज के लोग

भगवान परशुराम हम सबके आराध्य हैं। समय समय पर उन्होंने धर्म रक्षा के लिए आपराधिक प्रवृत्ति वाले राक्षसों का वध किया। उनके द्वारा उठाया गया अस्त्र आज के समय में भी यह सन्देश देता है कि धर्म रक्षा के लिए अस्त्र और शस्त्र दोनों धारण करने चाहिए।

स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज, वैदिक ज्योतिष संस्थान

त्रेतायुग से द्वापर युग तक भगवान परशुराम के लाखों शिष्य थे। महाभारतकाल के वीर योद्धाओं भीष्म, द्रोणाचार्य और कर्ण को अस्त्र-शस्त्रों की शिक्षा देने वाले गुरु, शस्त्र एवं शास्त्र के धनी ॠषि परशुराम का जीवन संघर्ष और विवादों से भरा रहा है। आत्म रक्षा के साथ धर्म रक्षा के लिए उन्होंने समय समय पर राक्षसों का वध किया।

आचार्य गौरव शास्त्री, वैदिक ज्योतिष संस्थान

सभी धर्मों द्वारा पूज्यनीय भगवान श्री परशुराम के कठिन तप से प्रसन्न हो भगवान विष्णु ने उन्हें कल्प के अंत तक तपस्यारत भूलोक पर रहने का वर दिया। भगवान परशुराम किसी समाज विशेष के आदर्श नहीं है। वे संपूर्ण हिन्दू समाज के हैं और वे चिरंजीवी हैं।

शिवम शास्त्री, वैदिक ज्योतिष संस्थान

जिस तरह भगवान परशुराम ने धर्म की रक्षा के लिए फरसा उठाया। उसी तरह हम भी आतंक के खात्मे के लिए हथियार उठाएंगे। अपने देश की सेवा और रक्षा के लिए हमेशा तैयार हूं। किसी भी हाल में आतंक को पनपने नही दिया जाएगा।

कांताचार्य

अब समय आ गया है, समाज के लोगों को शस्त्र चलाना सीखना चाहिए। जिस तरह से आतंकी गतिविधियां हो रही हैं। इसमें खुद को उनका सामाना करने के लिए तैयार करना होगा। खुद की रक्षा करना सीख गए तो दुश्मन को सबक भी सिखाना आ जाएगा।

श्याम दास मौनी

आतंकियों ने धर्म पूछ कर लोगों को गोली मारी। अब उनको धर्म की ताकत दिखाने का वक्त आ गया है। आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता। उन्हें उनकी भाषा में ही समझाना चाहिए। देश की वीर सेना ने यही किया है। आगे भी आतंकियों को इसी भाषा में जवाब दिया जाएगा।

मुखिया

निहत्थे सैलानियों पर गोली चलाकर हत्या कर देना कहां की बहादुरी है। आतंकी हमेशा छिपकर वार करते हैं। हमारी सेना ने सामने से घुसकर जवाब दिया है। आतंकियों को अब सोच लेना चाहिए कि भारतीय सेना उन्हें किसी भी सूरत में छोड़ने वाली नहीं है।

शिव कुमार गौड़

कभी धार्मिक स्थल, कभी होटल, कभी भारतीय सीमा। आतंकियों हर जगह दुस्साहस दिखाया है। इस बार सेना ने इनका ठीकठाक इलाज किया है। जरूरत पड़ी तो हम भी अपनी सेना के साथ इन आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार हैं। सरकार के इशारे का इंतजार है।

अश्वनी शर्मा

आतंकी भले ही बम धमाके कर लें। लेकिन वह हमे अपने धार्मिक स्थलों पर जाने से नहीं रोक सकते। पहलगाम की घटना के बाद से ज्यादा से ज्यादा लोग धार्मिक स्थलों पर जाने को तैयार है। सभी ने अपनी कमर कस ली है। कोई घटना होती है तो लोग भी उसका जवाब देंगे।

बीएल शर्मा

अब जरूरत आ गई है, सभी को इसके लिए तैयार रहना होगा। कब तक इन आतंकियों से डर कर रहे। अब इनका सामना करने का समय है। खुद को इसके लिए तैयार करें। सेना के जवान अपना काम कर रहे हैं। भारतीयों की भी जिम्मेदारी बनती है। आतंकियों का डटकर सामना करेंगे।

तरुण गौतम

पुलवामा में आतंकियों ने जवानों की गाड़ी पर हमला किया था। बड़ी संख्या में जवान शहीद हुए। अब पहलगाम में 27 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। सेना ने आतंकी ठिकानों पर हमला कर मृतकों का बदला लिया है। आतंकी अब दोबारा ऐसा करने से पहले सौ बार सोचेंगे।

सुमन कुमार शर्मा

जिस तरह भगवान परशुराम ने राक्षसों का वध किया, उसी तरह हमारी भारतीय सेना ने उनके ठिकानों को निशाना बनाकर उनका वध किया है। हम सभी भारतीय सेना के साथ हैं। कभी हमारी जरूरत पड़ी तो हम भी सीमा पर शस्त्र लेकर आतंकियों का मुकाबला करने को तैयार हैं।

संजीव वार्ष्णेय

ब्राह्मण महिलाओं को दीन-हीन कहा जाता है, जबकि समाज को विप्र महिलाओं ने एक नई दिशा दी है। अब जंग हुई तो महिलाएं भी पीछे नहीं रहेंगी। भारत माता का आशीर्वाद लेकर आतंकियों को करारा जवाब देने का साहस महिलाएं भी रखती हैं।

दुर्गेश शर्मा

अलीगढ़ में परशुराम मंदिर का निर्माण हो रहा है। हमें अपने अंदर भगवान परशुराम के आदर्शों को लेना चाहिए। बुराई के प्रति लड़ने को हमेशा तैयार रहें। आतंकियों का खात्मा बहुत जरूरी है। इसके लिए जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी हम करेंगे।

हेमंत दीक्षित

जिस तरह से आतंकी घटनाएं बढ़ रही हैं, उनसे बचने के लिए सेल्फ डिफेंस आना चाहिए। सरकार को चाहिए कि वह स्कूलों में प्रत्येक बच्चे को इसका प्रशिक्षण दे। इससे कभी इस तरह की घटनाएं होती हैं तो लोग अपना और अन्य लोगों का बचाव कर सकें।

मनोज कुमार

ब्राह्मण समाज अब पीछे नहीं रहेगा। इतने बड़े मंदिर में अपना सहयोग दे सकते हैं तो देश सेवा में क्यों नहीं। सरकार एक बार बोल दे तो समाज के लोग अपने प्राण भी देश पर न्यौछावर कर सकते हैं। आतंकियों को ठिकाने लगाने का काम जरूर दिया जाना चाहिए।

भरत पाराशर

आतंकियों का न तो कोई धर्म होता है और न कोई जाति। अपना मकसद मात्र लोगों को नुकसान पहुंचाना है, लोगों की जान लेना है। ऐसे असंवेदनशील लोगों को मौत के घाट उतार देना चाहिए। ऐसे लोग किसी भी देश के लिए गंभीर बीमारी से कम नहीं हैं।

ब्रजेश पाराशर

अब पहले जैसा नहीं है। देश की सेना तकनीकी रूप से सक्षम हो चुकी है। अब उसका सामना करना आसान नहीं है। सेना ने यहां बैठकर ही आतंकी ठिकानों की धज्जियां बिखेर दीं। आतंकियों को इतना तो पता चल गया होगा कि भारत देश पर हमला करने से उनका क्या हो सकता है।

सतेंद्र पंडित

हमारे लिए सबसे पहले हमारा देश है। देश पर जो आंख उठाएगा उसे जवाब दिया जाएगा। भारत सरकार ने भी यही किया है। सैन्य अधिकारियों के चले ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों को सिंदूर की कीमत बता दी है। उनको उनके ठिकाने समेत दफना दिया।

मुकेश शर्मा

देश में आतंकी घटना सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। लोग पर्यटन स्थली पर भी सुरक्षित नहीं है। लेकिन सरकार के कदम से इन घटनाओं पर पूरी तरह से विराम लगेगा। लोग बिना डरे कहीं भी जा सकते हैं। पहलगाम की घटना के बाद से सेना भी सतर्क हो गई है।

हरीश चंद्र शर्मा

भगवान परशुराम में राक्षसों के वध के लिए फरसा उठाया है। देश की सेना ने आतंकियों को सबक सिखाने को उसी तरह शस्त्र उठाएं हैं। हम अपनी देश की सेना के साथ हैं। सरकार से अनुरोध है कि हम लोगों को भी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आतंकियों का खात्मा करने दिया जाए।

दिनेश चंद्र शर्मा

महिलाओं को कमजोर न समझा जाए। आतंकियों को ठिकाने लगाने वाली सेना को निर्देशित करने वाली भी एक महिला है। महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। महिलाएं अपने देश के लिए अपनी जान भी दे सकती हैं। जरूरत आई तो हम भी देश की सुरक्षा में अपनी भागीदारी निभाएंगे।

रजनी पचौरी

घर की रसोई में खाना बनाने वाले हाथ समय आने पर बंदूक भी उठा सकते हैं। देश के दुश्मन आतंकियों को ये समझना चाहिए। भारत देश में एक सीमा पर ही सेना नहीं है, बल्कि यहां घर-घर में सेना में शामिल होने के लोग खड़े हैं।

उपासना शर्मा

मातृ भूमि के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। आतंकवादियों को अब किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। वह जान का डर दिखाते हैं, उन्हें सबक सिखाने के लिए जान हथेली पर लेकर चलेंगे। आतंकवाद का पूरी तरह खात्मा होना चाहिए।

पीसी शर्मा, अध्यक्ष

एक पत्नी के सामने उसके पति की हत्या बहुत दर्दनाक घटना थी। आतंकियों को सबक सिखाना जरूरी था। सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर आतंकियों को ठिकाने लगाया है। आतंकियों के मंसूबे को गहरी चोट पहुंचाई है। इस तरह की कार्रवाई चलती रहनी चाहिए।

राधा शर्मा

सरकार ने जिस तरह से आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की है, उसी तरह देश के अंदर से देश गद्दारों को ढूंढ़ने का अभियान चलाना चाहिए। देश विरोधी लोग आम जीवन जीते हैं और अंदर ही अंदर देश विरोधी ताकतों से जुड़े रहते हैं। इनको तलाश कर इनका खात्मा जरूरी है।

नर्वेश भारद्वाज

आतंकी किसी के सगे नहीं होते। आतंक के खिलाफ ब्राह्मण समाज की तरह सभी को खुलकर सामने आना होगा। देश अब आतंक के विरुद्ध एकता चाहता है। बिना जाति धर्म में बंट कर सभी एकजुट हो आतंक को खत्म करने का द्ढ़ संकल्प करें।

सोनू वशिष्ठ

लोग हमेशा सतर्क रहें। अपने आस पास के माहौल पर भी ध्यान देना चाहिए। संदिग्ध लगने पर तुरंत पुलिस को सूचना देनी चाहिए। इस तरह से देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा पाएंगे। साथ ही आतंकी घटनाओं पर भी रोक लगेगी।

सुशील कौशिक

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