Aligarh 33 Cow Slaughter Incidents in 4 Years Police Crackdown Intensifies चार साल में गोकशी की 34 घटनाएं, गभाना में हुआ था बवाल, Aligarh Hindi News - Hindustan
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चार साल में गोकशी की 34 घटनाएं, गभाना में हुआ था बवाल

Aligarh News - अलीगढ़ में 2021 से 2024 के बीच 33 गोकशी की घटनाएं हुई हैं। हाल ही में जनवरी में अकराबाद में गोकशी के आरोपियों को मुठभेड़ में पकड़ा गया। पुलिस ने तीन आरोपियों की 2.20 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की।...

Newswrap हिन्दुस्तान, अलीगढ़Sun, 25 May 2025 05:08 AM
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 चार साल में गोकशी की 34 घटनाएं, गभाना में हुआ था बवाल

अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। जिले में बीते चार सालों (2021 से 2024 तक) में गोकशी की 33 घटनाएं हुई हैं। वहीं, इस साल चार जनवरी को अकराबाद में गोकशी हुई थी। इसके आरोपी भी मुठभेड़ में पकड़े गए। इसके बाद जिले में कोई घटना नहीं हुई। दूसरी तरफ गोकशों पर पुलिस ने तगड़ा शिकंजा भी कसा है। तीन दिन पहले ही तीन आरोपियों की 2.20 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी। दिसंबर 2024 में गभाना के गांव सुमेरपुर-कलुवा के पास अवशेष मिलने पर बवाल हुआ था। लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया था। इससे पहले क्षेत्र में चार घटनाएं हो चुकी थीं।

इसके अलावा लोधा, जवां, गौंडा में घटनाएं हुईं। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में गोवध अधिनियम से जुड़ीं 14 घटनाएं हुई थीं। वहीं, 2022 में 13 अपराध दर्ज हुए। 2023 में ये आंकड़ा घट गया और आठ घटनाएं हुईं। 2024 में भी कुल आठ गोकशी के मामले सामने आए। वहीं, इस साल पिलखना क्षेत्र में चार जनवरी को घटना हुई थी। इस गिरोह के तीन आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में दबोचा था। तीन दिन पहले अकराबाद पुलिस ने गोकशी के आरोपी मेंहदी हसन, इरफान व मुशीर द्वारा अवैध रूप से अर्जित दो करोड़ 20 लाख रुपये की संपत्ति को जब्त किया था। ▪️इसमें कस्बा पिलखना स्थित आठ मकान, दो दुकान, दो प्लाट के अलावा चार बाइकें शामिल थीं। तीनों के खिलाफ 80 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दबिश के दौरान गोली चलने से सिपाही की हुई थी मृत्यु आठ जुलाई 2024 को गभाना क्षेत्र के गांव सुमेरपुर के ही पास अमरौली मार्ग पर गोकशी हुई थी। 17 जुलाई 2024 की रात में थाना गभाना, गांधीपार्क व एसओजी की संयुक्त टीम गोकशों की तलाश में दबिश देने आई थी। तभी भरतरी चौकी पर तैनात रहे दारोगा अजहर हसन की पिस्टल लॉक हो गई। दारोगा राजीव कुमार उनकी पिस्टल को अनलाक कर रहे थे, तभी गोली उनके पेट को चीरते हुए पीछे खड़े एसओजी के सिपाही याकूब खान को लग गई थी। इसमें सिपाही की मृत्यु हो गई थी, जबकि दारोगा राजीव घायल हो गए थे।

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