अम्बेडकरनगर-एरियर के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर है अनुचर
Ambedkar-nagar News - अम्बेडकरनगर में बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के कारण एक सेवानिवृत्त कर्मचारी हरिश्चन्द्र को अपनी अवशेष धनराशि के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने उच्च न्यायालय में रिट याचिका...

अम्बेडकरनगर,संवाददाता। जिला बेसिक शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते कर्मचारियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। स्कूल से सेवानिवृत्त होने के बाद एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को अवशेष धनराशि के लिए एड़ियां रगड़नी पड़ रही है। प्रकरण शिक्षा खंड जलालपुर के रामदेव भीखीराम लघु माध्यमिक विद्यालय अकबालपुर सलाहपुर इटौरी के सेवानिवृत्त अनुचर हरिश्चन्द्र से जुड़ा हुआ है। हरिश्चन्द्र ने बताया कि विद्यालय में सेवारत रहते हुए वेतन तो उठाया लेकिन अब सेवानिवृत्त होने के बाद एरियर के लिए बेसिक शिक्षा विभाग का चक्कर काटना पड़ रहा है। अवशेष देयों के भुगतान के लिए विभाग में दौड़ते- दौड़़त थक हार जाने के बाद उच्च न्यायालय में रिट याचिका प्रस्तुत करनी पड़ी। जिसमें उच्च न्यायालय के 14 नवम्बर 2024 के आदेश के क्रम में बीएसए को प्रकरण का निस्तारण करने का आदेश पारित किया गया था। पीड़ित हरिश्चन्द्र ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश की प्रति के साथ बीएसए कार्यालय में प्रार्थना पत्र देने के बाद सभी अभिलेखों को संग्लग्न कराया गया। आवेदक ने कहा कि कई दिनों तक प्रकरण को लंबित रखा गया। बाद में पटल सहायक ने कहा कि इसमें सुविधा शुल्क देनी पड़ेगी। यदि सुविधा शुल्क नहीं दोगे तो प्रत्यावेदन को साहब से खारिज करा दूंगा। अखिकार वही हुआ सुविधा शुल्क न देने पर प्रत्यावेदन को गत 12 मार्च को निरस्त कर दिया गया। अब हरिश्चन्द्र बीएसए के इस आदेश के खिलफ हाईकोर्ट में रिट दायर करने की तैयारी में है। बीएसए भोलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि साक्ष्य के अभाव में प्रत्यावेदन को निरस्त किया गया है। पटल सहायक द्वारा सुविधा शुल्क मांगने की जांच करायी जाएगी।
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