अस्पतालों में भी गर्मी की मार, मरीज-तीमारदार सब परेशान
Amroha News - अमरोहा में गर्मी के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। सरकारी और निजी अस्पतालों में डीहाइड्रेशन, लूज मोशन और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है।...

अमरोहा। मौसम में चढ़ते पारे संग गर्मी के तेवर के बीच लगातार तीसरे दिन जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। सूरज की किरणों की तपिश से बेहाल लोगों के घरों में कैद होने के बाद दोपहर में शहर की सड़कों से बाजार तक सन्नाटा पसर गया। सरकारी-निजी अस्पतालों में डीहाईड्रेशन, लूज मोशन और बीपी के मरीजों की संख्या बढ़कर दोगुना हो गई है। जिला अस्पताल में सोमवार को 24 नए मरीज भर्ती किए गए। इनमें आठ को डीहाईड्रेशन, दस को लूज मोशन और छह को हाई ब्लड-प्रेशर की समस्या पर अस्पताल के वार्डों में भर्ती किया गया। उधर, शहर सीएचसी की ओपीडी में भी सोमवार को 700 मरीजों के पर्चे बने।
इनमें ज्यादातर मौसमी बीमारियों का इलाज कराने आए थे। वहीं जिला अस्पताल की ओपीडी में सोमवार को कुल 1408 मरीजों के पर्चे बने। शोपीस बने कोल्ड वार्ड अमरोहा। शासन की हिदायत पर सरकारी अस्पताालें में मौसमजनित बीमारियों के मरीजों के इलाज के इंतजाम दुरुस्त किए गए हैं। लू लगने के मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में दस बेड के कोल्ड वार्ड समेत सभी सीएचसी पर चार-चार बेड की अलग से व्यवस्था की गई है। इनमें लू लगने के मरीजों के लिए एसी लगवाकर दवाओं के इंतजाम संग इलाज में लापरवाही न बरतने की डॉक्टर-कर्मचारियों को हिदायत दी गई है। इस बीच न तो जिला अस्पताल और न ही किसी भी सीएचसी में अब तक डीहाइड्रेशन या हीट स्ट्रोक का एक भी मरीज भर्ती किया गया है। खराब मिला इमरजेंसी का कूलर अमरोहा। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती करने के लिए दस बेड की व्यवस्था की गई है। गर्मी के सीजन में अस्पताल के वार्डों में मरीजों के लिए पुराने कूलर ठीक कराकर रखवा दिए गए हैं। अब गर्मी में कूलर बार-बार जवाब दे रहे हैं। अस्पताल की इमरजेंसी में भी वर्षों पुराने कूलर चलने के बजाय दगा दे जा रहे हैं। इमरजेंसी के वार्ड में रखे दो बड़े में से एक कूलर सोमवर को ठप पड़ा था। मरीज व उसके तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वार्डों में नहीं सफाई का इंतजाम अमरोहा। जिला अस्पताल के वार्डों में हालांकि सभी बेडों पर पंखे चलते मिले। लेकिन वार्डों में सफाई इंतजाम ठीकठाक नहीं थे। मरीजों के कई बेडों पर चादर नहीं बिछी थीं। कुछ बेडों पर गंदी चादरें बिछाई गई थीं। अस्पताल के जनरल वार्ड में डस्टबिन का इंतजाम न किए जाने से कूड़ा-कचरा इधर-उधर फेंका गया था। तीमारदारों के बैठने का नहीं इतजाम अमरोहा। गर्मी में जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। एक मरीज के साथ कई तीमारदार पहुंच रहे हैं। ऐसे में अस्पताल में मरीजों के बैठने तक का इंतजाम नहीं किया गया है। सोमवार को अस्पताल की इमरजेंसी से वार्डों तक में मरीजों के बेडों पर उनके तीमारदार बैठे हुए थे। कई बेडों पर तो तीमारदार मरीजों के बेड पर सोते हुए मिले। अस्पताल में तीमारदारों के बैठने के लिए बेंचों तक का इंतजाम नहीं किया गया है। व्हीलचेयर गायब, कमर पर डालकर वार्डों तक जा रहे मरीज अमरोहा। जिला अस्पताल में तीन व्हीलचेयर हैं। इनमें एक ओटी, दूसरी इमरजेंसी और तीसरी जनरल वार्ड के बाहर रखी गई है। अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों के तीमारदारों को इसकी जानकारी न होने के चलते वे अपने मरीज को दिखाने के लिए व्हीलचेकयर की तलाश में इधर-उधर भटकते रहते हैं। कई बार तो डॉक्टर को दिखाने के लिए तीमारदार मरीज को कमर पर डालकर ले जाते हैं। इसका वीडियो भी बीते दिनों शोसल मीडिया पर वायरल हुआ था। अव्यवस्था के बीच अस्पताल की ओपीडी में एक व्हीलचेयर की दरकार बनी हुई है। बिजली के भरोसे सीएचसी के पंखे, इनवर्टर से चलते हैं दो पंखे गजरौला। भीषण गर्मी में लोग बेहाल हैं। ऐसे में मरीजों को भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल गजरौला सीएचसी में लगे पंखे बिजली के भरोसे हैं। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर ज्यादातक पंखे बंद हो जाते हैं। वार्ड में लगे दो पंखे ही इनवर्टर से चलते हैं। ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़त है। सोमवार को भीषण गर्मी में बिजली की दिनभर ट्रिपिंग होती रही। जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ा। वार्ड में मात्र दो पंखे चले। बाकी पंखे बंद रहे। चिकित्साधीक्षक डा.योगेंद्र सिंह ने बताया कि इनवर्टर से पंखों के कनेक्शन कम हैं। हालांकि ज्यादातर समय बिजली रहती है। गर्मी : लो वोल्टेज के चलते दिन से काम नहीं कर रहा वार्ड का एसी हसनपुर। सीएचसी के वार्ड में गर्मी से बचाव के पुख्ता इंतजाम हैं। पंखे से लेकर कूलर सभी चालू हालत में हैं। हालांकि दिन में लो वोल्टेज की वजह से एसी नहीं चल पा रहा है। सोमवार को ओपीडी में मरीजों की भीड़ नहीं थी। यहां भी गर्मी से बचाव के लिए पंखे व कूलर लगे हुए हैं। चिकित्साधीक्षक डा.ध्रुवेंद्र कुमार ने बताया कि सीएचसी में गर्मी से बचाव के लिए एसी, पंखे व कूलर सभी पर्याप्त संख्या में है। लेकिन, पर्याप्त बिजली न मिलने से दिक्कत आ रही है। दिन में वोल्टेज कम होने के चलते एसी काम नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे करें बचाव : गर्मी में खुद को रखें हाइड्रेटेड अमरोहा। शहर सीएचसी पर तैनात डा़ मोहम्मद इदरीस ने बताया कि गर्मी में सबसे ज्यादा जरूरी है कि खुद को हाइड्रेटेड रखा जाए। इसके लिए जरूरी है कि दोपहर के समय खुले आसमान के नीचे जाने से बचें। दिनभर थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें। नारियल पानी, छांछ, आम पन्ना, गुड़ का शर्बत, नींबू भी पी सकते हैं। मौसमी फल और सब्जियां भी शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखती हैं। कोल्ड ड्रिंक, एल्कोहल और जंक फूड व फास्ट फूड से दूरी बनाएं। गर्मी में हो सकती है एलर्जी और त्वचा रोग अमरोहा। शहर सीएचसी प्रभारी डा़ उमर फारूख ने बताया कि गर्मी में स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानियों के साथ-साथ त्वचा पर चकत्ते, एलर्जी और त्वचा रोग संबंधी समस्या हो सकती है। इससे बचाव के लिए रोजाना साबुन से रगड़कर नहाना जरूरी है। गर्मी में भारी और मसालेदार भोजन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान हल्का भोजन करें और भरपूर आराम करें। एकदम ठंडा चिल्ड पानी पीने से बचना चाहिए। चाट-पकौड़ी, तेल, चिकनाई और मसालेदार भोजन से परहेज करें। बढ़ सकता है बीपी अमरोहा। सीएमओ डा़ सत्यपाल सिंह ने बताया कि गर्मी में ज्यादा पसीना की वजह से शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स निकल जाते हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। मरीज को थकान और बेचैनी के साथ चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। हीट स्ट्रोक से नसों पर दबाव बढ़ने से भी बीपी बढ़ सकता है। गर्मी में बीपी की समस्या से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। फलों का जूस, छांछ, नींबू पानी आदि तरल पदार्थ भी लेते रहें।
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