Tragic Explosion at Fireworks Factory Claims Lives of Four Women in Amroha दो सुपुर्दे खाक, दो का अंतिम संस्कार, हर तरफ मातम संग गूंजी चित्कार, Amroha Hindi News - Hindustan
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दो सुपुर्दे खाक, दो का अंतिम संस्कार, हर तरफ मातम संग गूंजी चित्कार

Amroha News - रजबपुर, संवाददाता। पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की चपेट में आई चारों महिलाओं के शव देर रात पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे। शवों की हालत देख हर तरफ चित्क

Newswrap हिन्दुस्तान, अमरोहाTue, 17 June 2025 05:05 AM
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दो सुपुर्दे खाक, दो का अंतिम संस्कार, हर तरफ मातम संग गूंजी चित्कार

पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की चपेट में आई चारों महिलाओं के शव देर रात पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे। शवों की हालत देख हर तरफ चित्कार गूंज उठी। रोते-बिखलते परिजनों को देख हर आंख नम हो गई। वहीं मृतकों से जुड़े पपसरा व रजबपुर गांवों में रात तक भी घरों के चूल्हे ठंडे पड़े रहे। हादसे में जान गंवाने वाली गांव पपसरा निवासी रूमा व सर्वेश के शव पोस्टमार्टम के बाद देर रात करीब 9:30 बजे गांव पहुंचे। हर तरफ मातम छा गया। मृतकों के परिवार में मचे कोहराम के बीच हर कोई हादसे को लेकर गमगीन नजर आया। हालत यह रही कि घरों में चूल्हे तक भी नहीं जले।

शवों के मृतकों के घरों पर पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। गमगीन माहौल में रात में ही दोनों शवों का गांव के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं गांव रजबपुर निवासी मृतका रुकसाना व शहनाज के शव भी जब पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे तो क्षत-विक्षत शवों की दयनीय हालत को देख हर कोई गमगीन नजर आया। गांव में एक साथ दो जनाजे उठने पर मातम छा गया। कार्रवाई के लिए देर रात तक बना रहा तहरीर मिलने का इंतजार रजबपुर। पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके के बीच जरूरी कानूनी कार्रवाई को लेकर देर रात किसी भी पक्ष ने थाना पुलिस को तहरीर नहीं दी थी। मामले में आगे की कार्रवाई के लिए थाना पुलिस को तहरीर का इंतजार बना था। थानाध्यक्ष कोमल तोमर के मुताबिक तहरीर मिलते ही मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। एंबुलेंस के इंतजार में तड़पती रहीं झुलसी महिलाएं अमरोहा। हादसे के बाद मौके पर झुलसी महिलाओं को तत्काल उपचार देना बड़ी चुनौती साबित हुआ। जैसे-तैसे महिलाओं को मलबे से बाहर तो निकाल लिया गया लेकिन स्वास्थ्य टीम मौके से नदारद थी। आरोप है कि स्वास्थ्य टीम व एंबुलेंस करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंची। इसके अलावा अस्पताल में भी मरीजों को तुरंत उपचार नहीं मिल सका। घटना का दर्द भी बया नहीं कर सकी पीड़िताएं अमरोहा। हादसे के बाद पीड़िताएं अपना दर्द और हादसे की विभत्सता का दर्द भी बयां नहीं कर सकीं। कोई भी पीड़िता इस हालत में नहीं थी, जिससे बात की जा सके। चिकित्सकों ने भी अनावश्यक पीड़िताओं से बात करने की अनुमति किसी को नहीं दी।

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