झांसी में गिरा सेना का ड्रोन, आवाज और रंग-बिरंगी लाइटें देख ग्रामीणों में मचा हड़कंप
झांसी में बबीना फायरिंग रेंज से सैन्य निगरानी के लिए उड़ाया गया ड्रोन सीमा से सटे गांव मारकुआं में गिर गया। जमीन पर रंग-बिरंगी लाइटें और मशीनी आवाज से अफरा-तफरी मच गई। आसपास से लोग भाग खड़े हुए।

यूपी के झांसी में बबीना फायरिंग रेंज से सैन्य निगरानी के लिए उड़ाया गया ड्रोन तकनीकी खराबी के चलते सीमा से सटे गांव मारकुआं में गिर गया। जमीन पर रंग-बिरंगी लाइटें और मशीनी आवाज से अफरा-तफरी मच गई। आसपास से लोग भाग खड़े हुए। वहीं, पुलिस की सूचना पर पहुंचे सैन्य अफसरों ने फोटो खींचकर उच्चाधिकारियों को भेजी। ड्रोन को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। सात दिनों के अंदर ड्रोन गिरने की फायरिंग रेंज से यह दूसरी घटना है।
गांव मारकुआं में बीती देर रात माहौल सामान्य था। तभी एक ड्रोन अचानक गिर गया, जिसमें जलती हुई रंग-बिरंगी लाइटें देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक तुलसीराम पाण्डेय, उपनिरीक्षक प्रदीप शर्मा सहित पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मारकुआं बबीना फायरिंग रेंज की सीमा से लगा है। लिहाजा, पुलिस ने तुरंत सेना के अधिकारियों को जानकारी दी। मौके पर पहुंचे सैन्य अफसरों ने ड्रोन का बारीकी से निरीक्षण किया। उसकी तस्वीरें लेकर उच्चाधिकारियों को भेजीं और फोन पर कुछ बातचीत भी की।
मौके पर सेना की इंटेलिजेंस यूनिट और सैन्य पुलिस की टीम भी पहुंची। जिन्होंने पूरे घटनाक्रम की गंभीरता से समीक्षा की। इसके बाद ड्रोन को अपने कब्जे में ले लिया। इस संबंध में एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ड्रोन गिरने का मामला संज्ञान में है। थाना प्रभारी निरीक्षक तुलसीराम पाण्डेय ने बताया कि फायरिंग रेंज क्षेत्र में निगरानी के लिए सेना द्वारा कई ड्रोन कैमरे उड़ाए गए थे। इन्हीं में से एक ड्रोन तकनीकी खराबी के कारण नियंत्रण से बाहर होकर गांव की ओर आ गिरा।
चार दिन पहले भी पड़ोसी राज्य में गिरा था ड्रोन
थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी पिछले दिनों बबीना आर्मी कैंट पहुंचे थे। यहां उनके सामने स्वदेशी तकनीक से तैयार यूएसएस और लॉयटरिंग म्यूनिशंस प्रणाली से विकसित ड्रोन का प्रदर्शन किया गया था। इन्हीं में से एक ड्रोन ने परीक्षण के लिए 26 मई को उड़ान भरी थी। यह ड्रोन मप्र के दतिया जिले के नयाखेड़ा गांव में एक पेड़ से टकराकर वहीं गिर गया था। बसई थाना के उपनिरीक्षक सच्चिदानंद शर्मा ने सेना को जानकारी दी थी। बताया कि तकनीकी खराबी आने से वह बेकाबू होकर गांव में आकर गिर गया।