अतीक-अशरफ की हत्याकांड: लवलेश से पिता ने तोड़ लिया नाता, 2 साल में सनी से भी मिलने न आया कोई
- माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की एक साथ पुलिस अभिरक्षा में हत्या करने के तीनों आरोपित पहले प्रतापगढ़ जेल में रखे गए। नवंबर 2023 में वहां से चित्रकूट की रगौली जेल शिफ्ट किए गए। यहां पर लवलेश के साथ अरुण मौर्या निरुद्ध है। हमीरपुर का सनी सिंह को आगरा जेल शिफ्ट किया जा चुका है।

आज से दो साल पहले 15 अप्रैल 2023 को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हुई हत्या में लवलेश तिवारी चित्रकूट जेल में बंद है। उसके पिता यज्ञ कुमार तिवारी ने दो साल में एक बार भी जेल में उससे मुलाकात नहीं की। वह कहते हैं कि लवलेश से कोई नाता नहीं। वह उनके लिए मर चुका है। हालांकि मां आशा देवी उससे मिलने जाती है। उसके ही नाम का वेरिफिकेशन है। कैमरों के सामने अतीक-अशरफ को मौत के घाट उतारने के बाद पकड़े गए तीनों आरोपियों को पहले प्रतापगढ़ जेल में रखा गया था। 18 नवंबर 2023 को वहां से चित्रकूट की रगौली जेल शिफ्ट किए गए। यहां पर लवलेश के साथ अरुण मौर्या निरुद्ध है। हमीरपुर के सनी सिंह को आगरा जेल में रखा गया है। सनी जबसे जेल में है तबसे उससे परिवार के किसी सदस्य ने मुलाकात नहीं की है। उसका मझला भाई पिंटू किसी होटल में काम कर रहा है।
बांदा के शहर कोतवाली क्षेत्र में बांदा-महोबा मार्ग से लगे क्योटरा मोहल्ला की तंग गली में लवलेश का परिवार किराये के मकान में रहता है। पिता यज्ञ कुमार तिवारी प्राइवेट कर्मचारी हैं। सोमवार को हिन्दुस्तान टीम उनके घर पहुंची। दरवाजा खटखटाने पर यज्ञ कुमार बाहर निकले। लवलेश के बारे में पूछते ही उनकी पेशानी पर बल आ गया। कुछ देर तो खामोश रहे, फिर बोले उससे मेरा कोई नाता नहीं है। अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद उससे जेल मिलने गए हैं, इस सवाल पर कहा कि वह मेरे लिए मर चुका है। उसकी मां (आशा देवी) मिलने जाती है। मेरा तो वेरिफिकेशन भी नहीं है। लवलेश को लेकर उनके चेहरे पर नाराजगी देखने को मिली। आगे बात करने से साफ मना कर दिया।
होटल में काम कर परिवार चला रहा सनी का भाई पिंटू
अतीक-अशरफ हत्याकांड में गिरफ्तार कुरारा के रामलीला मैदान निवासी सनी सिंह जब से जेल में निरुद्ध है, तब से उसके परिवार के किसी भी सदस्य ने उससे मिलाई नहीं की। मां मायके में रहने लगी है। मझला भाई पिंटू किसी होटल में काम करके परिवार का भरण-पोषण कर रहा है।
तीनों फेसबुक अकाउंट की प्रोफाइल लॉक
लवलेश तिवारी नाम से तीन फेसबुक अकाउंट हैं। हत्याकांड के कुछ दिन बाद तक तीनों अकाउंट पर फोटो-वीडियो अपडेट किए गए थे। अब सभी अकाउंट के प्रोफाइल लॉक हैं। एक प्रोफाइल में मेंबर सारथी, दूसरे में जिला सह सुरक्षा प्रमुख बजरंग दल और तीसरे में वर्कस एट पॉलीटीशियन लिखा है।
सबसे पहले लड़की को थप्पड़ मारने में गया था जेल
लवलेश दबंग प्रवृत्ति का रहा है। इस बात की तस्दीक मोहल्ले वाले करते हैं। बताया कि नशे का आदी था। 50 से अधिक हमउम्र युवाओं को जोड़कर गैंग बना रखा था। खुद को बजरंग दल से जुड़ा बताता था। हत्याकांड से चार साल पूर्व पहली बार एक लड़की को सरेराह थप्पड़ मारने के आरोप में जेल गया था।